BPCL की बरगढ़ बायो-रिफाइनरी चक्रीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगी: प्रधान

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चक्रीय अर्थव्यवस्था में ऐसी जीवनशैली को बढ़ावा दिया जाता है, जहां नए संसाधनों का इस्तेमाल कम से कम हो और वस्तुओं का किसी न किसी रूप में बार-बार उपयोग किया जाए। यह व्यवस्था पर्यावरण के अनुकूल है।

नयी दिल्ली, 11 जून सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) ने कहा कि उसकी बरगढ़ 2जी बायो-रिफाइनरी एथनॉल उत्पादन करने के लिए चावल के भूसे का इस्तेमाल करेगी। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार को कहा कि इससे चक्रीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा और बेकार चीजों के बेहतर उपयोग हो सकेगा। चक्रीय अर्थव्यवस्था में ऐसी जीवनशैली को बढ़ावा दिया जाता है, जहां नए संसाधनों का इस्तेमाल कम से कम हो और वस्तुओं का किसी न किसी रूप में बार-बार उपयोग किया जाए। यह व्यवस्था पर्यावरण के अनुकूल है।

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मानव संसाधन विकास मंत्री ने नरेंद्र मोदी सरकार के नौ वर्ष पूरे होने के अवसर पर ‘विकास तीर्थ यात्रा’ के तहत ओडिशा में निर्माणाधीन बरगढ़ 2जी बायो-रिफाइनरी स्थल का दौरा किया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘बरगढ़ बायो-रिफाइनरी लगातार प्रगति कर रही है और इसके जल्द ही चालू होने की उम्मीद है।

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