COAI ने दूरसंचार क्षेत्र की आर्थिक दिक्कतों को दूर करने के कदम उठाने की सरकार से की मांग

coai-asks-government-to-take-steps-to-overcome-economic-difficulties-in-telecom-sector

दूरसंचार उद्योग के संगठन सेल्यूलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई) ने यह कहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने लोकसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत हासिल कर वापसी की है। अगले कुछ दिनों के भीतर नयी सरकार के गठन हो जाने का अनुमान है।

नयी दिल्ली। नयी सरकार को देश में 5जी की शुरुआत से पहले संकटग्रस्त दूरसंचार क्षेत्र का वित्तीय बोझ आसान करने, कुल शुल्क को घटाकर चार से पांच प्रतिशत करने तथा स्पेक्ट्रम की दरों की समीक्षा कर इसे किफायती बनाने के लिये तत्काल कदम उठाने चाहिये। दूरसंचार उद्योग के संगठन सेल्यूलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई) ने यह कहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने लोकसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत हासिल कर वापसी की है। अगले कुछ दिनों के भीतर नयी सरकार के गठन हो जाने का अनुमान है। 

इसे भी पढ़ें: एयरटेल और ह्यूजेस देश में एक करेंगे अपना VSAT उपग्रह परिचालन

नयी सरकार जुलाई महीने में 2019-20 का पूर्ण बजट पेश करेगी। सीओएआई का अनुमान है कि पूर्ण बजट में उसकी कुछ लंबित मांगों पर विचार किया जा सकता है। संगठन को उम्मीद है कि शुल्क के 30 प्रतिशत की मौजूदा दर को घटाकर संकटग्रस्त दूरसंचार क्षेत्र को कुछ राहत दी जाएगी। सीओएआई के महानिदेशक राजन मैथ्यू ने कहा कि लाइसेंस शुल्क, स्पेक्ट्रम इस्तेमाल शुल्क और समायोजित सकल राजस्व को पुनर्परिभाषित करने पर ध्यान देने की जरूरत है।

इसे भी पढ़ें: TDSAT ने एयरटेल से दूरसंचार विभाग की 8,300 करोड़ की मांग पर लगाई रोक 

मैथ्यू ने शुल्क के आदर्श स्तर के बारे में पूछे जाने पर कहा कि वैश्विक स्तर पर यह पांच प्रतिशत से अधिक नहीं है अत: चार से पांच प्रतिशत आदर्श होगा। उन्होंने कर्ज की पुनर्संरचना के बारे में पूछे जाने पर कहा कि कंपनियों को नीलामी में खरीदे जाने वाले स्पेक्ट्रम की कीमत का भुगतान करने के लिये अधिक समय दिया जाना चाहिये। उद्योग जगत ने स्पेक्ट्रम की कीमतों को अधिक किफायती बनाये जाने की भी अपेक्षा जाहिर की।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़