एमार प्रापर्टीज और एमजीएफ संयुक्त उद्यम से अलग हो सकते हैं

दुबई की रीयल्टी कंपनी एमार प्रापर्टीज और भारत के एमजीएफ समूह अपनी एक दशक पुरानी संयुक्त उद्यम भागीदारी खत्म कर सकते हैं।

दुबई की रीयल्टी कंपनी एमार प्रापर्टीज और भारत के एमजीएफ समूह अपनी एक दशक पुरानी संयुक्त उद्यम भागीदारी खत्म कर सकते हैं। दोनों की संयुक्त उद्यम कंपनी एमजीएफ लैंड लिमिटेड ने बाजार को भागीदारों के अलग होने की योजना के बारे में सूचित किया है। विश्व की सबसे ऊंची मीनार, दुबई की बुर्ज खलीफा बनाने वाली एमार प्रापर्टीज ने 2005 में भारत में एमजीएफ समूह के साथ संयुक्त उद्यम बनाया। उसने भारतीय रीयल एस्टेट बाजार में अब तक 8,500 करोड़ रुपए का निवेश किया है।

बीएसई को मिली नियामकीय सूचना के मुताबिक, एमार एमजीएफ लैंड ने बताया है कि उसके निदेशक मंडल ने विघटन की योजना के जरिए कंपनी के पुनर्गठन के लिए पहल करने का फैसला किया है। निदेशक मंडल ने इस संबंध में आवश्यक समझौते और दस्तावेज तैयार करने का जिम्मा कंपनी को दिया है।

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