अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए सख्त एवं निर्णायक कदम उठाये वित्त मंत्री: कांग्रेस
![Finance minister should take decisive steps on Indian economy Finance minister should take decisive steps on Indian economy](https://images.prabhasakshi.com/2017/9/_650x_2017092914045720.jpg)
कांग्रेस ने वित्त मंत्री अरुण जेटली पर अर्थव्यवस्था के सभी मोर्चो पर विफल रहने का आरोप लगाते हुए कहा कि अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए सख्त एवं निर्णायक कदम उठाने की आवश्यकता है।
नयी दिल्ली। कांग्रेस ने वित्त मंत्री अरुण जेटली पर अर्थव्यवस्था के सभी मोर्चो पर विफल रहने का आरोप लगाते हुए कहा कि अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए सख्त एवं निर्णायक कदम उठाने की आवश्यकता है। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘‘देश के सभी आर्थिक मसौदों पर औंधे मुंह गिरे वित्त मंत्री ने आज जो टिप्णणी की, वह न केवल ‘अहंकारी’ है बल्कि पूर्व वित्त मंत्री यशवन्त सिन्हा का मजाक उड़ाने वाली है। इसको बोलते हैं थोथा चना बाजे घना।’’ उन्होंने कहा, ‘‘देश ‘मोदीनोमिक्स’ एवं ‘जेटलीनामिक्स’ से तंग आ गया है।’’ उन्होंने यह भी कहा, ‘‘...यदि उन्होंने एवं मोदीजी ने अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए सख्त एवं निर्णायक कदम नहीं उठाये तो वह एवं मोदीजी जल्द ही पूर्व वित्त मंत्री एवं पूर्व प्रधानमंत्री का तमगा हासिल कर लेंगे।’’ उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री ने एक शब्द भी रोजगार के बारे में नहीं कहा। देश के नौजवानों की ओर से हम पूछते हैं कि रोजगार कहां हैं और उनका सृजन कैसे होगा। बढ़ती महंगाई तथा सरकार पेट्रोल पदार्थें पर कर के जरिये जो दो लाख 67 करोड़ रूपये इक्ट्ठा करती है, उसके बारे में नहीं कहा।
सुरजेवाला ने कहा कि वित्त मंत्री ने एक शब्द भी इस बारे में नहीं कहा कि विकास दर 9.2 से गिरकर 5.7 प्रतिशत कैसे आ गयी। उन्होंने दावा किया कि वित्त मंत्री ने देश को यह बताने से इंकार क्यों कर दिया कि जीडीपी में निर्यात का योगदान सबसे नीचे स्तर पर क्यों आ गया है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी को सही ठहराने वाले वित्त मंत्री आज तक नहीं बता पाये कि नोटबंदी से हासिल क्या हुआ। उन्होंने कहा कि यह अलग बात है कि नोटबंदी से तीन लाख 60 हजार करोड़ रूपये का अर्थव्यवस्था को नुकसान हुआ है। जेटली ने एक पुस्तक विमोचन समारोह में पूर्व वित्त मंत्री यशवन्त सिन्हा पर टिप्पणी करते हुए सिन्हा को 80 साल की उम्र में नौकरी चाहने वाला करार देते हुए कहा कि वह वित्त मंत्री के रूप में अपने रिकॉर्ड को भूल गए हैं। जेटली ने कहा कि सिन्हा नीतियों के बजाय व्यक्तियों पर टिप्पणी कर रहे हैं।
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