भारत के जवाबी शुल्क से 90 करोड़ डॉलर के अमेरिकी निर्यात पर असर पड़ेगा
हालांकि, शुल्क लागू होने की तिथि को लगातार बढ़ाता आ रहा है। अमेरिकी संसद की स्वतंत्र शोध शाखा संसदीय शोध सेवा (सीआरएस) ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि चीन, यूरोपीय संघ, तुर्की, कनाडा और मैक्सिको के जवाबी शुल्क के दायरे में 800 से अधिक अमेरिकी खाद्य एवं कृषि उत्पाद आते हैं।
वॉशिंगटन। भारत के जवाबी शुल्क का अमेरिकी निर्यात पर बुरा असर पड़ेगा और उसका करीब 90 करोड़ डॉलर का निर्यात प्रभावित होगा। भारत ने सेब, बादाम और मसूर समेत अन्य अमेरिकी कृषि उत्पादों पर शुल्क लगाने का प्रस्ताव किया है। अमेरिका की एक संसदीय रिपोर्ट में यह बात कही गयी है। अमेरिका के इस्पात और एल्युमीनियम पर शुल्क लगाने के बाद भारत ने पिछले साल अमेरिकी उत्पादों पर जवाबी शुल्क लगाने की घोषणा की थी।
इसे भी पढ़ें- आयुष्मान भारत के पहले 100 दिनों में पौने सात लाख लोगों का मुफ्त उपचार: जेटली
इनमें सेब, बादाम, अखरोट और चना शामिल है। हालांकि, शुल्क लागू होने की तिथि को लगातार बढ़ाता आ रहा है। अमेरिकी संसद की स्वतंत्र शोध शाखा संसदीय शोध सेवा (सीआरएस) ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि चीन, यूरोपीय संघ, तुर्की, कनाडा और मैक्सिको के जवाबी शुल्क के दायरे में 800 से अधिक अमेरिकी खाद्य एवं कृषि उत्पाद आते हैं।
इसे भी पढ़ें- जिंदल स्टील एंड पावर के संयुक्त प्रबंध निदेशक बने नौशाद अंसारी
सीआरएस ने ट्रंप सरकार के शुल्क लगाने की प्रतिक्रिया पर अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारत ने अमेरिकी खाद्य एवं कृषि उत्पादों पर शुल्क लगाने की धमकी दी है। हालांकि, दोनों देशों के बीच चल रही बातचीत के मद्देनजर वह शुल्क लगाने की तिथि को कई बार आगे बढ़ा चुका है और अब 31 जनवरी 2019 की तारीख तय की है।
India last year announced higher import duties on many US products like apples, almonds, walnuts, chickpeas and lentils in retaliation to President Donald Trump's decision to impose heavy tariffs on imported steel and aluminium items.https://t.co/zd7zF0k2s3
— Outlook Magazine (@Outlookindia) January 2, 2019
सीआरएस ने कहा कि अमेरिका ने भारत को 2017 में कुल 1.8 अरब डॉलर के कृषि उत्पादों का निर्यात किया था। भारत ने जिन उत्पादों पर शुल्क लगाना निर्धारित किया है, उसका मूल्य 85.7 करोड़ डॉलर है। अमेरिका के किसानों खासकर बादाम उगाने वाले भारत के जवाबी शुल्क की धमकी को महसूस कर रहे हैं।
अन्य न्यूज़