J&K को अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद पहली एफडीआई परियोजना मिली

FDI project
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केंद्र शासित प्रदेश के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने घाटी में शिलान्यास समारोह के दौरान कहा कि 500 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना में 10,000 से अधिक लोगों को रोजगार देने की क्षमता है।

दुबई स्थित बुर्ज खलीफा को बनाने वाली कंपनी एमारजम्मू-कश्मीर में 500 करोड़ रुपये निवेश करेगी। कंपनी ने केंद्र शासित प्रदेश में पहले प्रत्यक्ष विदेशी निवेश वाली परियोजना का रविवार को शिलान्यास किया। इस परियोजना के तहत श्रीनगर के बाहरी हिस्से में एक शॉपिंग मॉल और बहुमंजिले भवन का निर्माण किया जाएगा। केंद्र शासित प्रदेश के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने घाटी में शिलान्यास समारोह के दौरान कहा कि 500 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना में 10,000 से अधिक लोगों को रोजगार देने की क्षमता है।

केंद्र के 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में यह पहली एफडीआई परियोजना है। एमार समूह के सीईओ अमित जैन, बॉलीवुड अभिनेता विवेक ओबेरॉय और अभिनेत्री नीतू चंद्रा शिलान्यास समारोह में उपस्थित थे। सिन्हा ने एमार समूह से परियोजना को तीन साल की समयसीमा से पहले पूरा करने का आग्रह किया। सिन्हा ने कहा, यदि संसद परिसर का काम 1.5 साल के भीतर पूरा किया जा सकता है, तो हम निश्चित रूप से इसके तय समय से पहले पूरा होने की उम्मीद कर सकते हैं। जैन ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में उनकी कंपनी के निवेश का गहरा असर होगा। उन्होंने कहा कि हर एक रुपये के निवेश के साथ नौ रुपये का और निवेश होगा। इस तरह 500 करोड़ रुपये का निवेश आगे चलकर 5,000 करोड़ रुपये के निवेश में बदल जाएगा।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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