नीति आयोग ने जारी की नवाचार सूचकांक, तीसरी बार पहले स्थान पर रहा कर्नाटक

 NITI Aayog
Prabhasakshi

कर्नाटक नीति आयोग के नवाचार सूचकांक में लगातार तीसरी बार पहले स्थान पर रहा।आयोग के ‘भारत नवाचार सूचकांक, 2021’ में उप-राष्ट्रीय स्तर पर नवाचार क्षमताओं और पारिस्थितिक तंत्र की पड़ताल की जाती है। भारत नवाचार सूचकांक के तीसरे संस्करण को नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी ने मुख्य कार्यपालक अधिकारी परमेश्वरन अय्यर की उपस्थिति में जारी किया।

नयी दिल्ली। नीति आयोग के तीसरे नवाचार सूचकांक में प्रमुख राज्यों में पहले स्थान पर कर्नाटक रहा है। इसमें दूसरा स्थान तेलंगाना ने और तीसरा हरियाणा ने प्राप्त किया है। आयोग के ‘भारत नवाचार सूचकांक, 2021’ में उप-राष्ट्रीय स्तर पर नवाचार क्षमताओं और पारिस्थितिक तंत्र की पड़ताल की जाती है। भारत नवाचार सूचकांक के तीसरे संस्करण को नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी ने मुख्य कार्यपालक अधिकारी परमेश्वरन अय्यर की उपस्थिति में जारी किया। इस सूचकांक को वैश्विक नवाचार सूचकांक की तर्ज पर विकसित किया गया है। इसमें कर्नाटक राज्य लगातार तीसरे वर्ष पहले स्थान पर रहा है।

इसे भी पढ़ें: कर्ज में डूबी फ्यूचर रिटेल के खिलाफ दिवाला कार्रवाई का निर्देश, Amazon की आपत्ति खारिज हुई

इसके पहले और दूसरे संस्करण कोक्रमशः अक्टूबर, 2019 और जनवरी, 2021 में जारी किया गया था। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि सूचकांक का तीसरा संस्करण देश में नवाचार विश्लेषण के दायरे को मजबूत करता है। पिछले संस्करणों में 36 संकेतकों के आधार पर विश्लेषण किया गया था लेकिन इस बार 66 संकेतकों का इस्तेमाल किया गया। बयान में कहा गया कि व्यापक ढांचे के माध्यम से यह सूचकांक भारत में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के नवाचार प्रदर्शन का मूल्यांकन करता है। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को उनके प्रदर्शन की प्रभावी तुलना करने के लिए 17 प्रमुख राज्यों, 10 पूर्वोत्तर और पहाड़ी राज्यों तथा 9 केंद्र शासित प्रदेशों एवं शहर राज्यों में वर्गीकृत किया गया है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़