Bikanervala की शुरुआत करने वाले Kedarnath Agarwal का हुआ निधन, छोटे व्यवसाय से शुरू किया बड़ा साम्राज्य

Bikanervala
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रितिका कमठान । Nov 14 2023 12:50PM

लाला केदारनाथ अग्रवाल के निधन को लेकर बीकानेरवाला ने बयान में कहा कि ‘काकाजी’ के नाम से प्रसिद्ध अग्रवाल के निधन से एक युग का अंत हो गया है, जिसने स्वाद को समृद्ध किया है और अनगिनत लोगों के जीवन में अपनी जगह बनाई है।

नयी दिल्ली। भारत में बीकारनेवाला बेहद मशहूर मिठाई और नमकीन की श्रृंख्ला है। बीकारनेवाला के संस्थापक लाला केदारनाथ अग्रवाल का 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। उन्होंने अंतिम सांस 13 नवंबर को ली। काकाजी के नाम से मशहूर केदारनाथ अग्रवाल ने पुरानी दिल्ली में भुजिया और रसगुल्ले टोकरी में रखकर बेचने से अपने काम की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने लगातार मेहनत की और लगन के साथ काम करते हुए बड़ा मुकाम हासिल किया।

लाला केदारनाथ अग्रवाल के निधन को लेकर बीकानेरवाला ने बयान में कहा कि ‘काकाजी’ के नाम से प्रसिद्ध अग्रवाल के निधन से एक युग का अंत हो गया है, जिसने स्वाद को समृद्ध किया है और अनगिनत लोगों के जीवन में अपनी जगह बनाई है।’’ बता दें कि वर्तमान में बीकानेरवाला की देश में 60 से अधिक दुकानें हैं। बीकानेरवाला का एंपायर सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि अमेरिका, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, नेपाल और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) जैसे देशों में भी मौजूद है। 

संस्थापक के निधन के बाद समूह के प्रबंध निदेशक श्याम सुंदर अग्रवाल ने कहा, “काकाजी का जाना सिर्फ बीकानेरवाला के लिए क्षति नहीं है; यह पाककला परिदृश्य में एक शून्य है। उनकी दूरदर्शिता और नेतृत्व हमेशा हमारी खानपान यात्रा का मार्गदर्शन करेगा।” केदारनाथ अग्रवाल ने अपना व्यावसायिक सफर दिल्ली से शुरू किया था। बीकानेर के रहने वाले उनके परिवार के पास 1905 से शहर की गलियों में एक मिठाई की दुकान थी।

उस दुकान का नाम बीकानेर नमकीन भंडार था और वह कुछ प्रकार की मिठाइयां और नमकीन बेचते थे। अग्रवाल बड़ी महत्वाकांक्षाओं के साथ 1950 के दशक की शुरुआत में अपने भाई सत्यनारायण अग्रवाल के साथ दिल्ली आ गए। वह अपने परिवार का नुस्ख लेकर आए थे। शुरुआत में दोनों भाई भुजिया और रसगुल्ले से भरी बाल्टियां लेकर पुरानी दिल्ली की सड़कों पर इन्हें बेचते थे। हालांकि, अग्रवाल बंधुओं की कड़ी मेहनत और बीकानेर के अनूठे स्वाद को जल्द ही दिल्ली के लोगों के बीच पहचान और स्वीकृति मिल गई। इसके बाद अग्रवाल बंधुओं ने दिल्ली के चांदनी चौक में दुकान शुरू कर दी, जहां उन्होंने अपना पारिवारिक नुस्खा अपनाया, जिसे अब पीढ़ी-दर-पीढ़ी बढ़ाया जा रहा है।

बता दें कि वर्ष 1998 में बीकानेरवाला ब्रांड को लॉन्च किया गया था, जिसके बाद बिकानो को भी बाजार में लाया गया। कंपनी ने लगातार अपना विस्तार किया और ग्राहकों के पास शानदार स्वाद की पेशकश की, जिसे ग्राहकों ने भरपूर प्यार दिया। वर्ष 2003 में बिकानो कंपनी ने चैट कैफे खोले और फास्ट फूड सर्विस रेस्टोरेंट की शुरुआत की थी। 

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