मैगी बनाने में ‘राख’ का उपयोग, लगा जुर्माना, कंपनी ने दी सफाई

No ''ash content'' in Maggi, says Nestle India

रोजमर्रा के उपयोग का सामान बनाने वाली नेस्ले इंडिया ने कहा है कि कंपनी ने लोकप्रिय नूडल्स बनाने में राख का उपयोग नहीं किया। कंपनी नूडल्स में कथित रूप से ‘राख’ होने को लेकर जुर्माने का सामना कर रही है।

रोजमर्रा के उपयोग का सामान बनाने वाली नेस्ले इंडिया ने कहा है कि कंपनी ने लोकप्रिय नूडल्स बनाने में राख का उपयोग नहीं किया। कंपनी नूडल्स में कथित रूप से ‘राख’ होने को लेकर जुर्माने का सामना कर रही है। नेस्ले इंडिया के प्रवक्ता ने बुधवार को कहा, ‘‘हम इस बात को फिर से दोहरा रहे हैं कि विनिर्माण प्रक्रिया के किसी भी चरण में मैगी नूडल्स में राख का उपयोग नहीं किया गया।’’

उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में जिला प्रशासन ने नेस्ले इंडिया तथा उसके वितरकों पर जुर्माना लगाया है। मैगी के प्रयोगशाल परीक्षण में विफल होने के बाद यह जुर्माना लगाया गया है। जिला प्रशासन ने नेस्ले पर 45 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। साथ ही तीन वितरकों पर 15 लाख रुपये तथा दो विक्रेताओं पर 11 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। कंपनी ने कहा, ‘‘हालांकि हमें अभी कोई आर्डर नहीं मिला है लेकिन उपलब्ध सूचना के अनुसार हमारा मानना है कि संबंधित नमूना 2015 का है और मुद्दा राख होने से जुड़ा है।’’ कंपनी के अनुसार मैगी नूडल्स में इस संबंध में खाद्य सुरक्षा नियामक एफएसएसएआई (भारतीय खाद्य संरक्षा और मानक प्राधिकरण) द्वारा निर्धारित नये नियमों का अनुपालन किया जा रहा है।

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