एक्टिव न्यूट्रिशन ब्रांड ओजिवा ने शुरू किया #MyPCOSStory कैम्पेन

oziva-active-nutrition-brand-launches-a-mypcosstory-campaign
[email protected] । Aug 21 2019 4:40PM

प्राकृतिक, पौधों पर आधारित पोषण संबंधी उत्पादों को विकसित करने वाला भारत का पहला क्लीन-लेबल एक्टिव न्यूट्रिशन ब्रांड ओजिवा ने हाल ही में अपने #MYPCOSStory (#मायपीसीओएसस्टोरी) अभियान की शुरुआत करने की घोषणा की है। यह अभियान पूरे सितंबर माह में चलेगा, जो कि पीसीओएस जागरूकता माह भी है।

मुंबई। प्राकृतिक, पौधों पर आधारित पोषण संबंधी उत्पादों को विकसित करने वाला भारत का पहला क्लीन-लेबल एक्टिव न्यूट्रिशन ब्रांड ओजिवा ने हाल ही में अपने #MYPCOSStory (#मायपीसीओएसस्टोरी) अभियान की शुरुआत करने की घोषणा की है। यह अभियान पूरे सितंबर माह में चलेगा, जो कि पीसीओएस जागरूकता माह भी है। इसका उद्देश्य पीसीओएस पीड़ित महिलाओं को अपने अनुभवों को साझा करने के लिए प्लेटफार्म बनाना और एक कम्युनिटी बनाना है ताकि वे आपस में सलाह कर और अंतर्दृष्टि से एक-दूसरे को सशक्त बना सकें।

इसे भी पढ़ें: छोटी जोत भी हो सकती है पोषण में कमी का कारण

पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम एक हार्मोनल असामान्यता है जो दुनिया भर में आज 10 में से 1 महिला को प्रभावित करती है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ, यूएसए, के अनुसार पीसीओएस के कई कारण हैं-जीवनशैली, आनुवांशिकी और स्वास्थ्य। हालांकि, यह बांझपन और कई अन्य जटिलताओं का कारण बनने के साथ-साथ एक महिला के समग्र स्वास्थ्य पर काफी नकारात्मक प्रभाव डालता है।

पीसीओएस के मुख्य प्रभावों में से एक माहवारी चक्र में व्यवधान पैदा करना भी है, जिससे पीरियड्स एक-दूसरे के बहुत करीब या बहुत दूर हो सकते हैं। यह मेटाबॉलिज्म (चयापचय) को भी प्रभावित करता है। पीसीओएस पीड़ित महिलाओं में टाइप-2 डाइबिटीज विकसित होने का खतरा पांच से सात गुना बढ़ जाता है। भारत में पीसीओएस ने कई युवतियों को प्रभावित किया है। यह भविष्य में बड़ी स्वास्थ्य जटिलताओं का कारक बन सकता है। इसके लक्षण जैसे मुँहासे और हर्सुटिज्म भी तनाव का एक स्रोत हैं और आत्मविश्वास को प्रभावित करते हैं। 

इसे भी पढ़ें: NCLT ने हेंज इंडिया, जाइडस न्यूट्रिशंस के विलय को दी मंजूरी

कैम्पेन के महत्व पर टिप्पणी करते हुए ओजिवा के सह-संस्थापक आरती गिल ने कहा, “पूरी दुनिया में और भारत में पीसीओएस अब एक आम बीमारी हो गई है। इसके बाद भी इसके बारे में लोगों को जानकारी नहीं है। इस वजह से उनमें विभिन्न तरह की गलत धारणाएं भी होती हैं। हाल के दिनों में, सारा अली खान, सोनम कपूर, एम्मा थॉम्पसन और पूर्व-स्पाइस गर्ल विक्टोरिया बैकहम जैसी कई अभिनेत्रियों ने पीसीओएस से अपने संघर्ष की कहानियां साझा की हैं। सितंबर पीसीओएस जागरूकता माह होने से हमें एक ऐसा प्लेटफॉर्म बनाने की आवश्यकता महसूस हुई जो इस स्थिति से पीड़ित हर महिला को अपनी कहानियां साझा करने और एक-दूसरे को सही मार्गदर्शन व उचित उपचार प्राप्त करने में सक्षम बनाए।

इसे भी पढ़ें: बंगाल सरकार ने केंद्र सरकार के पोषण अभियान को अपनाने से किया इंकार: स्मृति

इसमें भाग लेने के लिए प्रतिभागी इंस्टाग्राम पर अपनी या किसी मित्र की कहानी साझा कर सकते हैं और हम अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर सबसे प्रेरणादायक कहानियां भी प्रस्तुत करेंगे। ”प्रतिभागी अपनी आंखों पर पट्टी बंधी एक तस्वीर अपनी पीसीओएस कहानी के साथ इंस्टाग्राम पर पोस्ट करें और अपनी पीसीओएस कहानियां साझा करें। किसी भी तीन दोस्तों को टैग करते हुए कैप्शन में स्टोरी लिखने की जरूरत होगी। पोस्ट में ओजिवा को अन्य महिलाओं के साथ साझा करने और इस विकार से लड़ने के लिए एक मजबूत कम्युनिटी बनाने में सक्षम करने के लिए @ozivanutrition और #MYPCOSStory टैग करें, जो तेजी से हर जगह और सभी उम्र में महिलाओं को प्रभावित करेगा।

ओजिवा के बारे में  

ओजिवा भारत का पहला क्लीन लेबल एक्टिव न्यूट्रिशन ब्रांड है जो पूरी तरह से डिजिटाइज्ड इकोसिस्टम के साथ प्लांट आधारित और प्राकृतिक पोषण उत्पाद प्रदान करता है, जिसका उद्देश्य 100 मिलियन+ लोगों को एक स्वस्थ, एक्टिव और बेहतर जीवन शैली जीने में सक्षम बनाना है। 2016 में आईआईटी और आईएनएसईएडी की पूर्व छात्र आरती गिल और न्यूट्रीशन एंड फंक्शनल फिटनेस स्पेशलिस्ट मिहिर गडानी ने ओजिवा की स्थापना की थी। यह ऐसा इकोसिस्टम है जो आयुर्वेद जैसे प्राचीन शारीरिक विज्ञानों और तात्कालिक डिजिटल इकोसिस्टम को साथ लाता है। 

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़