विमान यात्रा किराये का नियमन ‘प्रतिगामी कदम’,वाणिज्यिक फैसलों में एयरलाइनों को मिले छूट: आईएटीए

air travel fares

नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने घोषणा की है कि 25 मई को घरेलू उड़ान सेवाओं के फिर से शुरू होने के बाद 24 अगस्त तक तीन महीने के लिये हवाई यात्रा किराया निश्चित दायरे में ही रहेगा। संगठन ने मंत्रालय की इसी घोषणा के आलोक में टिप्पणी की।

नयी दिल्ली।  विमानन कंपनियों के वैश्विक संगठन इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए)ने बृहस्पतिवार को कहा कि विमान यात्रा किराये का नियमन करना सरकार का उल्टी दिशा में उठाया गया कदम है। संगठन ने कहा कि विमानन कंपनियों को हवाई यात्रा किराया तय करने की आजादी मिलनी चाहिये। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने घोषणा की है कि 25 मई को घरेलू उड़ान सेवाओं के फिर से शुरू होने के बाद 24 अगस्त तक तीन महीने के लिये हवाई यात्रा किराया निश्चित दायरे में ही रहेगा। संगठन ने मंत्रालय की इसी घोषणा के आलोक में टिप्पणी की।

इसे भी पढ़ें: इंडियाबुल्स ने करीब 2,000 कर्मचारियों से इस्तीफा देने कहा

कोरोना वायरस महामारी के कारण वाणिज्यिक घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें 25 मार्च से निलंबित हैं। संगठन के सहायक निदेशक (कॉरपोरेट कम्युनिकेशंस - एशिया पैसिफिक) अल्बर्ट तोजेंग ने कहा, एयरलाइंस को अपने वाणिज्यिक निर्णय लेने की स्वतंत्रता की आवश्यकता है, जिसमें किराये की दर भी शामिल है। इसलिये हम आशा करते हैं कि यह कोविड-19 के परिणामस्वरूप एक बार के लिये किया गया उपाय है और 24 अगस्त के बाद इसे बंद कर दिया जायेगा।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़