औद्योगिक उत्पादन के कमजोर आंकड़ों से बाजार में गिरावट, सेंसेक्स 156 अंक टूटा

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[email protected] । Jan 14 2019 5:38PM

यस बैंक का शेयर 6.22 प्रतिशत के तेज सुधार के साथ बंद हुआ। खबर है कि इस बैंक ने लंबे समय से चले आ रहे प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी राणा कपूर की जगह भरने के लिए रजत मोंगा और एक विदेशी बैंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) का नाम छांटा है।

मुंबई। औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि में गिरावट और विदेशी संस्थागत निवेशकों की भारी बिकवाली के दबाव में बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स सोमवार को 156 अंक गिरकर बंद हुआ। औद्योगिक उत्पादन के ताजा आंकड़ों में नवंबर की वृद्धि दर 17 माह के न्यूनतम स्तर पर थी। उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 35,853.56 पर बंद हुआ। यह पिछले बंद की तुलना में 156.28 अंक या 0.43 प्रतिशत नीचे है। नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 57.35 अंक या 0.53 प्रतिशत गिरकर 10,737.60 पर टिका। एलएंडटी, इंडसइंड बैंक, पावर ग्रिड, एनटीपीसी, टीसीएस, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, हीरो मोटोकार्प, भारती एयरटेल और भारतीय स्टेट बैंक जैसे प्रमुख शेयर बिकवाली के दबाव में रहे। इनमें अधिकतम गिरावट 2.64 प्रतिशत तक रही।

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इसके विपरीत यस बैंक का शेयर 6.22 प्रतिशत के तेज सुधार के साथ बंद हुआ। खबर है कि इस बैंक ने लंबे समय से चले आ रहे प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी राणा कपूर की जगह भरने के लिए रजत मोंगा और एक विदेशी बैंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) का नाम छांटा है।

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इन्फोसिस का शेयर शेयर पुनर्खरीद की घोषणा के बाद 2.58 अंक लाभ में रहा। कंपनी ने शुक्रवार को 8,260 करोड़ रुपये खर्च कर अपने शेयर वापस खरीने की घोषणा की है। साथ ही उसने शेयरधारकों को 4 रुपये का विशेष लाभांश देने का भी फैसला किया है। सन फार्मा, बजाज फाइनेंस, मारुति और टाटा मोटर भी लाभ में रहे।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘कंपनियों के तिमाही नतीजों से बाजार प्रभावित हुआ। आईटी कंपनियों और बैंकों के नतीजे मिलेजुले रहे हैं जिसका बाजार पर नकारात्मक असर हुआ।’’ 

नायर ने कहा कि इसके अलावा औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर में भारी गिरावट तथा विश्व अर्थव्यवस्था में सुस्ती, अमेरिका सरकार के कामकाज की आंशिक बंदी और ब्रेक्जिट से भी बाजार पर असर पड़ा। विशेषज्ञों के मुताबिक शुक्रवार को जारी औद्योगिक उत्पादन सूचकांक के बाद बाजार में धारणा कमजोरी की रही। इन आंकड़ों के अनुसार नवंबर में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर 0.5 प्रतिशत रही। यह 17 माह की न्यूनतम स्तर है।

बीएसई के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी निवेशकों ने शुक्रवार को 687.20 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की जबकि घरेलू संस्थागत निवेशक 123.17 करोड़ रुपये के शुद्ध लिवाल रहे। रुपया भी कच्चे तेल में गिरावट के बावजूद 32 पैसे नरम हो प्रति डालर 70.81 तक हल्का हो गया। ब्रेंट कच्चे तेल का भाव 1.49 प्रतिशत घट कर 59.58 डालर प्रति बैरल पर चल रहा था। 

प्रमुख एशियाई सूचकांकों में भी सोमवार को गिरावट दर्ज की गयी। कोरिया का कोस्पी 0.53 प्रतिशत गिरा। चीन के शंघाई कंपोजिट सूचकांक में 0.71 प्रतिशत तथा हांगकांग के हैंग सेंग का प्रमुख सूचकांक 1.38 प्रतिशत नीचे बंद हुआ। हालांकि, जापान का निक्की 0.97 प्रतिशत चढ़ गया। यूरोपीय बाजारों में शुरूआत में गिरावट का रुख था। एक अन्य विशेषज्ञ ने कहा कि अमेरिका चीन व्यापार युद्ध, कच्चे तेल के बढ़ते दाम, विदेशी निवेशकों की निकासी तथा आगामी आम चुनाव की वजह से लघु अवधि में बाजार में उतार-चढ़ा़व बना रहेगा। ।

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