एशिया में ''ड्रीम कंपनीज़ टू वर्क फॉर'' में एसएलसीएम को ईटी नाउ की 39वीं रैंकिंग

slcm-s-39th-ranking-of-et-now-in-dream-companies-to-work-for-in-asia

यह सूची भारत में सर्वश्रेष्ठ कंपनियों को प्रदर्शित करती है जो अपने कर्मचारियों के लिए परिपूर्ण कार्य परिवेश निर्मित करते हैं। विजेताओं का चयन स्वतंत्र ज्यूरी द्वारा किया जाता है जिसमें भारतीय उद्योग जगत के कुछ सबसे सम्मानित नाम शामिल हैं। ये पुरस्कार वर्ल्ड एचआरडी कांग्रेस एंड अवार्ड्स कन्वेंशन में ईटी नाउ द्वारा प्रदान किए गए।

नई दिल्ली। भारत की अग्रणी कृषि सेवा समाधान प्रदाता कंपनी, जो पूरे भारत व म्यांमार में परिचालन करती है, सोहन लाल कमॉडिटी मैनेजमेंट (एसएलसीएम) को ईटी नाउ की सूची टॉप 75 'ड्रीम कंपनीज़ टू वर्क फॉर' इन एशिया में 39वां स्थान प्राप्त हुआ है। इसके अलावा कंपनी को 'ड्रीम कंपनीज़ टू वर्क फॉर इन द वेअरहाउसिंग सेक्टर' का खिताब भी मिला है। एसएलसीएम ग्रुप में एचआर व ऐडमिनिस्ट्रेशन हैड श्री मनीष मंदन तथा जीएम−कॉर्पोरेट कम्यूनिकेशन सुश्री वर्णिका कुकरेजा ने कंपनी की ओर से यह पुरस्कार ग्रहण किया। शनिवार, 16 फरवरी 2019 को द ताज लैंड्स ऐंड, मुंबई में आयोजित समारोह में 2000 से अधिक विशिष्ट अतिथियों की मौजूदगी में यह पुरस्कार प्रदान किया गयाय इस अवसर पर बिज़नेस लीडर, विद्वान और वरिष्ठ एचआर पेशेवर उपस्थित थे। एसएलसीएम का चयन एक अहम कारक के आधार पर किया गया की महत्व बढ़ाने के लिए मानव संसाधन नीति व्यापार रणनीति के समकक्ष होनी चाहिए। 

इनमें शामिल हैं− कर्मचारी स्वास्थ्य में निवेश और कर्मचारी कल्याण सुनिश्चित करने के लिए कार्यस्थल प्रणालियों का सख्त पालन जैसे कर्मचारियों को नई ऊर्जा देने वाली गतिविधियां, जिनसे समग्र कर्मचारी संतुष्टि व कर्मचारी जुड़ाव में योगदान होता है। इस साल 5000 से अधिक संगठनों ने 'ड्रीम कंपनीज़ टू वर्क फॉर' के लिए आवेदन किया था, इस प्रकार कार्यस्थल मान्यता के क्षेत्र में यह सबसे बड़े अध्ययनों में से एक बन गया। यह पुरस्कार मिलने पर समारोह के बाद एसएलसीएम के ग्रुप सीईओ श्री संदीप सभरवाल ने कहा, 'यह हमारे के लिए गौरव और उपलब्धि का पल है। पीपल मैनेजमेंट के क्षेत्र में 'ड्रीम कंपनीज़ टू वर्क फॉर' उन सर्वोच्च सम्मानों में से एक है जिसे पाने की आकांक्षा कंपनियां रखती हैं। एसएलसीएम में हम सकारात्मक संबंधों में विश्वास करते हैं जो की कंपनी की कामयाबी और हमारे कर्मचारियों की खुशी में दिखाई देता है। 

इसे भी पढ़े: एरिक्सन ने वोडा आइडिया के नेटवर्क पर 5जी दूरसंचार उपकरण लगाना शुरू किया

हमारे लोग हमारी कारोबारी सफलता का अटूट हिस्सा हैं और इसीलिए मानव संसाधन विकास पर खास ध्यान देने से कंपनी की उन्नति हुई है। लगभग 10 वर्ष पूर्व हमारी कंपनी केवल 4 सदस्यों की कोर टीम के साथ शुरु हुई थी आज एसएलसीएम ग्रुप 58,89,499 से अधिक लोगों की आजीविका को तथा 2,94,47,495 से ज्यादा लोगों की जिंदगियों को प्रभावित कर रहा है (31 जनवरी 2019 तक)। इसलिए ये पुरस्कार एसएलसीएम में समर्थ एचआर नीतियों व प्रणालियों के परिचायक है। मैं माननीय ज्यूरी को धन्यवाद देता हूं की उन्होंने हमारे प्रयासों को समझा और इस सफर को जारी रखने के लिए हमें प्रोत्साहन दिया।' 'ड्रीम कंपनीज़ टू वर्क फॉर' का लक्ष्य उन संगठनों को मान्यता देना है जो अपने कर्मचारियों को प्राथमिकता देते हैं, पीपल मैनेजमेंट के क्षेत्र में केन्द्रति उत्कृष्टता प्रदान करते हैं और व्यापारिक परिणामों में मानव पूंजी की अहमियत को समझते हैं। यह सूची भारत में सर्वश्रेष्ठ कंपनियों को प्रदर्शित करती है जो अपने कर्मचारियों के लिए परिपूर्ण कार्य परिवेश निर्मित करते हैं। विजेताओं का चयन स्वतंत्र ज्यूरी द्वारा किया जाता है जिसमें भारतीय उद्योग जगत के कुछ सबसे सम्मानित नाम शामिल हैं। ये पुरस्कार वर्ल्ड एचआरडी कांग्रेस एंड अवार्ड्स कन्वेंशन में ईटी नाउ द्वारा प्रदान किए गए।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़