- |
- |
भारत को अगले दो साल में रेशम क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य: स्मृति ईरानी
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- फरवरी 23, 2021 20:46
- Like

ईरानी ने परिधान एवं कपड़ा सम्मेलन कर्नाटक वस्त्र टेक को संबोधित करते हुए कहा कि हाल में पेश बजट में सात विशाल टेक्सटाइल पार्कों की स्थापना की घोषणा की गई है। इससे उद्योग में काफी उत्साह है। इस कार्यक्रम का आयोजन कर्नाटक के हथकरघा तथा परिधान विभाग ने फिक्की कर्नाटक स्टेट काउंसिल के सहयोग से किया है।
नयी दिल्ली। केंद्र सरकार अगले दो साल में देश को रेशम क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य लेकर चल रही है। केंद्रीय कपड़ा और महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने मंगलवार को यह बात कही। ईरानी ने परिधान एवं कपड़ा सम्मेलन कर्नाटक वस्त्र टेक को संबोधित करते हुए कहा कि हाल में पेश बजट में सात विशाल टेक्सटाइल पार्कों की स्थापना की घोषणा की गई है। इससे उद्योग में काफी उत्साह है। इस कार्यक्रम का आयोजन कर्नाटक के हथकरघा तथा परिधान विभाग ने फिक्की कर्नाटक स्टेट काउंसिल के सहयोग से किया है।
ईरानी ने कर्नाटक में रेशम क्षेत्र की वृद्धि का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘‘सिल्क समग्र कार्यक्रम के तहत भारत सरकार रेशम के विकास पर 2,000 करोड़ रुपये खर्च कर रही है। मुझे भरोसा है कि उद्योग जगत कर्नाटक सरकार को इस विषय में अपने विचार, प्रस्ताव या पहल की जानकारी देगा, जिससे हम अपने देश को रेशम क्षेत्र में आत्मनिर्भर बना सकेंगे। कपड़ा मंत्रालय के तहत हम यह सुनिश्चित करेंगे कि भारत अगले दो साल में रेशम क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन सके।’’Attended inaugural session of Karnataka Vastratek Apparel & Textile Conclave 2021 alongside State minister Shrimant Balasaheb Patil Ji. My compliments to Government of Karnataka for a pragmatic policy that will enhance growth of Textiles in the state. pic.twitter.com/lklr3Es10I
— Smriti Z Irani (@smritiirani) February 23, 2021
इसे भी पढ़ें: सांसद स्मृति ईरानी ने मकान बनाने के लिए अमेठी में जमीन खरीदी, गांधी परिवार पर साधा निशाना
कर्नाटक में कपड़ा क्षेत्र के भविष्य पर मंत्री ने कहा कि राज्य में कॉटन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया का न्यूनतम समर्थन मूल्य परिचालन 359 करोड़ रुपये से अधिक हो चुका है। उन्होंने कहा, ‘‘2014-15 से इस साल तक कपड़ा मंत्रालय ने कपास की खरीद और एमएसपी परिचालन के लिए 1,622 करोड़ रुपये का समर्थन दिया है जिससे 1.67 लाख किसानों को फायदा हुआ है।
सेंसेक्स, निफ्टी ने शुरुआती बढ़त गंवाई, मामूली लाभ के साथ बंद हुआ शेयर बाजार
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- मार्च 8, 2021 18:19
- Like

कारोबार के दौरान एक समय सेंसेक्स 667 अंक की बढ़त पर चल रहा था। वैश्विक बाजारों में कमजोरी के रुख के बीच यह तेजी टिकाऊ नहीं रही। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 18.10 अंक या 0.12 प्रतिशत की बढ़त के साथ 14,956.20 अंक पर बंद हुआ।
मुंबई। सेंसेक्स और निफ्टी ने सोमवार को अधिकांश शुरुआती लाभ गंवा दिया और ये अंत में मामूली बढ़त के साथ बंद हुए। लगातार दो सत्रों की गिरावट के बाद ऊर्जा, आईटी और फार्मा शेयरों में लिवाली से बाजार अच्छी बढ़त के साथ खुले, लेकिन इसे कायम नहीं रख पाए। उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 35.75 अंक या 0.07 प्रतिशत की बढ़त के साथ 50,441.07 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय सेंसेक्स 667 अंक की बढ़त पर चल रहा था। वैश्विक बाजारों में कमजोरी के रुख के बीच यह तेजी टिकाऊ नहीं रही। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 18.10 अंक या 0.12 प्रतिशत की बढ़त के साथ 14,956.20 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स की कंपनियों में एलएंडटी के शेयर में सबसे अधिक 3.43 प्रतिशत का लाभ रहा।
इसे भी पढ़ें: Hero को टक्कर देने के लिए बेंगलुरू में तैयार हो रही दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक स्कूटर फैक्ट्री!
ओएनजीसी का शेयर 2.96 प्रतिशत, एचसीएल टेक 2.22 प्रतिशत, एनटीपीसी 1.66 प्रतिशत, एक्सिस बैंक 1.6 प्रतिशत तथा इन्फोसिस का 1.54 प्रतिशत चढ़ गया। वहीं दूसरी ओर बजाज फाइनेंस, इंडसइंड बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज ऑटो, एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में गिरावट आई। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘एशियाई बाजारों के कमजोर रुख तथा कच्चे तेल की कीमतों में तेजी की वजह से घरेलू शेयर बाजारों ने शुरुआती लाभ गंवा दिया।’’ स्मॉलकैप, मिडकैप और लॉर्जकैप का प्रदर्शन व्यापक बाजार रुख से अच्छा रहा। रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीति प्रमुख विनोद मोदी ने कहा, ‘‘वैश्विक बाजारों के नरम रुख के बावजूद घरेलू बाजार ज्यादातर समय सकारात्मक दायरे में रहे। सरकारी बैंकों, आईटी तथा धातु कंपनियों के शेयरों में तेजी से बाजार को समर्थन मिला।’’ अमेरिका में सरकारी बांडों पर प्रतिफल बढ़ने से एशियाई बाजारों में गिरावट रही।
इसे भी पढ़ें: सस्ते फोन के बाद अब JIO ला रहा सस्ते लैपटॉप! यहां जाने कीमत और शानदार फीचर्स
अमेरिकी सीनेट द्वारा 1,900 अरब डॉलर के कोविड-19 राहत पैकेज को पारित करने की खबरों से एशियाई बाजारों की शुरुआत मजबूती के रुख के साथ हुई थी, लेकिन वे इस बढ़त को कायम नहीं रख पाए। अमेरिकी श्रम विभाग के फरवरी के रोजगार के आंकड़े उम्मीद से बेहतर रहे हैं। इससे निवेशकों को कुछ राहत मिली। इस बीच, सऊदी अरब की तेल सुविधाओं पर ड्रोन हमले की खबर से कच्चे तेल की वैश्विक कीमतों में तेजी आई। शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने शुक्रवार को शुद्ध रूप से 2,014.16 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 23 पैसे टूटकर 73.25 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
Hero को टक्कर देने के लिए बेंगलुरू में तैयार हो रही दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक स्कूटर फैक्ट्री!
- निधि अविनाश
- मार्च 8, 2021 18:13
- Like

बता दें कि भारत सरकार इस समय बढ़ते प्रदुषण को देखते हुए ग्रीन एनर्जी पर अपना ध्यान ज्यादा लगा रही है वहीं पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को देखते हुए भविष्य में इलेक्ट्रिक ऑटोमोबाइल सेक्टर में तेजी आने की उम्मीद भी होगी।
हर रोज़ इलेक्ट्रिक कार और इलेक्ट्रिक टू व्हीलर्स को कई मोटर वाहन कंपनी लॉन्च कर रही है वहीं इनकी मांग भी काफी तेजी से बढ़ रही है। वहीं भारत भी दुनिया के सबसे बड़े ऑटोमोबाइल सेक्टर में से एक है जिसको देखते हुए अब ओला के संस्थापक भाविश अग्रवाल ने भारत में इलेक्ट्रिक स्कूटर्स का बिजनेस खोलने का फैसला कर रहे हैं। एक खबर के मुताबिक, इस बिजनेस के लिए भाविश ने बेंगलुरू के पास 500 एकड़ जमीन को भी देख लिया है। भारत के सबसे बड़े स्टार्टअप और हाई-प्रोफाइल ओला संस्थापक ने अगले 12 हफ्तों के भीतर बैंगलोर के बाहरी इलाके में इस खाली प्लॉट पर दुनिया के सबसे बड़े इलेक्ट्रिक स्कूटर प्लांट को खड़ा करने की उम्मीद की है।
इसे भी पढ़ें: अदाणी ग्रीन एनर्जी ने गुजरात के कच्छ में 100 मेगावाट का पवन ऊर्जा संयंत्र चालू किया
तेल की बढ़ती कीमतों पर कारगार साबित होगा यह प्लान!
बता दें कि भारत सरकार इस समय बढ़ते प्रदुषण को देखते हुए ग्रीन एनर्जी पर अपना ध्यान ज्यादा लगा रही है वहीं पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को देखते हुए भविष्य में इलेक्ट्रिक ऑटोमोबाइल सेक्टर में तेजी आने की उम्मीद भी होगी। बात करें ओला के संस्थापक भाविश अग्रवाल के इस प्लान का तो अगर उनका यह प्लान कारगार साबित होता है तो इस कंपनी को साल 2022 तक बाजार में 15 फीसदी प्रोडक्शन का फायदा मिल सकता है और इसकी शुरूआत भी की जा सकेगी। यानि की एक साल के भीतर ही एक करोड़ इलेक्ट्रिक स्कूटर का प्रोडक्शन होने की उम्मीद। हाल के एक इंटरव्यू में भाविश ने बताया कि उनका यह प्लान भारत को दुनिया के इलेक्ट्रिक वाहनों की लिस्ट में शामिल करने की होगी। उन्होंने कहा कि यह उनका सपना है कि भारत को दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक वाहन प्रोडक्शन वाली कंपनी बनाया जाए।
क्या आसान होगी राह?
बता दें कि ओला के लिए यह प्लान एक चुनौती से कम नहीं होगा क्योंकि भारत में पहले से ही होरी जैसी कंपनिया है जिनका भारतीय बाजार में काफी दबदबा है। इस वक्त ओला अपना पूरा ध्यान प्रोडक्शन पर दे रही है। बता दें कि कंपनी में 10 हजार वर्कर के आलवा 3 हजार रोबोट भी इस प्रोडक्शन में काम करेंगे। वहीं इंजनियर की एक टीम सॉफ्टवेयर तैयार करेगी। कपंनी का मानना है कि हर एक चीज का प्रोडक्शन भारतीय ही हो ताकि कीमतों पर काम किया जा सके। कंपनी का प्लान है कि इसे ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों के जरिए बेचा जाए। जान लें कि कंपनी कीमतों पर भी विचार कर रही है।
सस्ते फोन के बाद अब JIO ला रहा सस्ते लैपटॉप! यहां जाने कीमत और शानदार फीचर्स
- निधि अविनाश
- मार्च 8, 2021 17:43
- Like

XDA की रिपोर्ट के अनुसार, इस लैपटॉप में रिलायंस जियो के 4G नेटवर्क की सेलुलर कनेक्टिविटी होगी, और इसमें बिल्ट-इन 4G LTE मॉडम भी शामिल हो सकता है। इतना ही नहीं बल्कि इसमें स्नैपड्रैगन 665 प्रोसेसर भी होगा।
साल 2018 में कम कीमत वाले जियो स्मार्टफोन को लॉन्च करने के बाद अब रिलायंस जियो भारतीय बाजार में कम लागत वाले लैपटॉप लॉन्च करने की एक नई परियोजना बना रही है। इस लैपटॉप को JIOBOOK के नाम से जाना जा सकता है। एक खबर के मुताबिक, इस Jio book में कुछ दिलचस्प स्पेसिफिकेशन शामिल होंगे और यह Android/IOS पर भी चलेगा। बता दें कि, यह अनुमान लगाया जा रहा है कि इस लैपटॉप में jio ऐप्स भी शामिल हो सकते है, जिसमें JioStore, JioMeet, और JioPages जैसे ऐप शामिल होंगे।
इसे भी पढ़ें: महिलाओं के लिए नीता मुकेश अंबानी ने लॉन्च किया सोशल मीडिया मंच Her Circle
XDA की रिपोर्ट के अनुसार, इस लैपटॉप में रिलायंस जियो के 4G नेटवर्क की सेलुलर कनेक्टिविटी होगी, और इसमें बिल्ट-इन 4G LTE मॉडम भी शामिल हो सकता है। इतना ही नहीं बल्कि इसमें स्नैपड्रैगन 665 प्रोसेसर भी होगा। एक रिपोर्ट में यह बताया गया है कि Jio कंपनी ने चीन की एक कंपनी Bluebank संचार प्रौद्योगिकी के साथ हाथ मिलाया है जो दूरसंचार कंपनी को प्रोडक्ट विकसित करने में मदद करेगी। चीन स्थित ब्लूबैंक कंपनी एक इंजीनियरिंग कंपनी है जो सॉफ्टवेयर और मोबाइल उपकरणों का विकास करती है।
इसे भी पढ़ें: भारतीय महिलाओं ने रचा इतिहास, केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया के साथ कार्गो जहाज को दिखाई हरी झंडी
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि इस लैपटॉप में 1366 × 768 रिज़ॉल्यूशन का डिस्प्ले हो सकता है, और इसमें वीडियो आउटपुट के लिए एक मिनी एचडीएमआई कनेक्टर भी होगा। यह भी बताया गया है कि JioBook बहुत ही कम कीमत पर आएगी, ठीक उसी तरह जैसे कंपनी ने पहले अपना फोन सस्ते दाम में लॉन्च किया था। ये लैपटॉप भी कम कीमत वाले होंगे। Jio फ़ोन की बात करें तो इसे 2018 में लॉन्च किया गया था, और यह केवल 2,999 रुपये की कीमत पर उपलब्ध था। इस फोन में 4,000 एमएएच की बैटरी के साथ 2.4 इंच की डिस्प्ले जैसे फीचर्स शामिल थे। इतना ही नहीं, बल्कि इस फोन ने 512 रैम और 4 जीबी रोम की पेशकश की, जो एसडी कार्ड के सपोर्ट से 128 जीबी तक बढ़ाया जा सकता है।

