न्यूट्रिशनिस्ट बनकर कॅरियर बनाएं हैल्दी, इन बातों का रखें ध्यान

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निरोगी रहने में आपका खानपान एक मील का पत्थर साबित होता है। अगर व्यक्ति अपनी शारीरिक परिस्थितियों को ध्यान में रखकर भोज्य पदार्थों को ग्रहण करता है तो इससे वह बहुत सी बीमारियों को खुद से दूर रख सकता है।

कहते हैं कि पहला सुख निरोगी काया। अर्थात् जब व्यक्ति के लिए निरोगी होने से बड़ा अन्य कोई सुख नहीं हो सकता। निरोगी रहने में आपका खानपान एक मील का पत्थर साबित होता है। अगर व्यक्ति अपनी शारीरिक परिस्थितियों को ध्यान में रखकर भोज्य पदार्थों को ग्रहण करता है तो इससे वह बहुत सी बीमारियों को खुद से दूर रख सकता है। वहीं खानपान में बरती गई लापरवाही आपको कई बीमारियों की जद में ले आती है। अगर आप खुद हेल्दी रहने के साथ−साथ दूसरों को भी सेहत का खजाना सौंपना चाहते हैं तो न्यूट्रिशन एंड डाइटेटिक्स में कॅरियर की नई संभावनाएं खोज सकते हैं−

क्या होता है काम

एक न्यूट्रिशन एंड डाइटेटिक्स एक्सपर्ट का मुख्य काम अपने पेशेंट व क्लाइंट की शारीरिक जरूरतों व उसकी परिस्थिति को समझते हुए उसे फूड चार्ट बनाकर देना होता है। मसलन, एक हार्ट पेशेंट, बीपी पेशेंट या ओवरवेट व्यक्ति का डाइट ऐसा होना चाहिए ताकि वह बिना दवाइयों के ही अपनी स्थिति में सुधार कर सके। एक बेहतरीन न्यूट्रिशन एक्सपर्ट वह होता है जो व्यक्ति की डाइट को पूरी तरह बदलने के स्थान पर उसके वर्तमान डाइट को थोड़ा मॉड्यूल कर देता है क्योंकि कोई भी व्यक्ति अपनी डाइट व खान−पान की आदतों को पूरी तरह नहीं बदल सकता और अगर व्यक्ति ऐसा करता भी है तो वह केवल कुछ दिनों तक ही सीमित होकर रह जाता है। इसलिए डाइट में बदलाव ऐसे किए जाने चाहिए, जिससे व्यक्ति की शारीरिक स्थिति तो सुधरे ही, साथ ही वह उसे लम्बे समय तक फॉलो कर पाए।

स्किल्स

चूंकि यह फील्ड पूरी तरह से खाने से जुड़ा है, इसलिए एक न्यूट्रिशन एंड डाइटेटिक्स एक्सपर्ट को खान−पान की विभिन्न सामग्रियों की न्यूट्रिशन वैल्यू तो पता होनी चाहिए ही, साथ ही वह हर भोज्य सामग्री को गहराई से जानता हो। विभिन्न भोज्य पदार्थों की गहराई से जानकारी प्राप्त करने के लिए आपमें पढ़ने व रिसर्च करने की जिज्ञासा होनी चाहिए। इसके अतिरिक्त एक न्यूट्रिशन एंड डाइटेटिक्स एक्सपर्ट को दिनभर में कई लोगों से मिलना व उनकी समस्याओं को समझना होता है, इसलिए आपकी कम्युनिकेशन स्किल्स भी उतने ही बेहतर होने चाहिए। 

योग्यता

इस फील्ड में कॅरियर देख रहे छात्रों का 12वीं में गृह विज्ञान या साइंस स्ट्रीम में पास होना जरूरी है। 12वीं के बाद आप इस फील्ड में डिग्री व मास्टर डिग्री कर सकते हैं। वैसे आजकल इस क्षेत्र में डिप्लोमा कोर्स भी अवेलेबल है, लेकिन इन डिप्लोमा कोर्स को वही व्यक्ति कर सकता है, जो फूड साइंस, होम साइंस या बायोटेक्नोलॉजी में बैचलर डिग्री प्राप्त हो।

संभावनाएं

पिछले कुछ सालों में लोगों की हेल्थ के प्रति जागरूकता बढ़ी है, जिसके कारण अब न्यूट्रिशन एंड डाइटेटिक्स एक्सपर्ट को काफी तवज्जो दी जाने लगी है। इस फील्ड में प्रशिक्षित व्यक्ति हॉस्पिटल व हेल्थ सेंटर के अतिरिक्त सरकारी स्वास्थ्य विभाग, स्कूल, स्पोर्ट्स क्लब, एनजीओ व जिम आदि में जॉब की संभावनाएं तलाश सकते हैं। कुछ अनुभव के बाद आप खुद का प्रैक्टिस सेंटर भी खोल सकते हैं। वैसे आजकल एमएनसी व कारपोरेट ऑफिसेज में भी न्यूट्रिशन एंड डाइटेटिक्स एक्सपर्ट की सेवाएं ली जाती हैं ताकि कर्मचारियों की हेल्थ बेहतर रहे और वह बेहतर परफॉर्म करें। इसके अतिरिक्त विभिन्न बॉलीवुड सेलेब्स व स्पोर्टस पर्सन पर्सनल न्यूट्रिशनिस्ट हायर करते हैं। 

आमदनी

एक न्यूट्रिशन एंड डाइटेटिक्स एक्सपर्ट की कोई निश्चित आमदनी नहीं होती। इस क्षेत्र में अनुभव के साथ−साथ आमदनी भी बढ़ती जाती है। फिर भी शुरूआती दौर में आप 25000 से 30000 रूपए आसानी से कमा सकते हैं। बाद में आपकी आमदनी लाखों में हो सकती है।

प्रमुख संस्थान

दिल्ली यूनिवर्सिटी, दिल्ली।

इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी, दिल्ली।

सेंट्रल फूड टेक्नोलॉजिस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट, मैसूर।

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रीशन, विभिन्न केन्द्र।

-वरूण क्वात्रा

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