क्या खत्म हो जाएगा पुजारा और रहाणे का टेस्ट कॅरियर ? ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली थी शतकीय पारी, साउथ अफ्रीका में दोनों हुए फ्लॉप

Cheteshwar Pujara
प्रतिरूप फोटो

साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेले गए तीन टेस्ट मुकाबलों की छह पारियों में से महज चौथी पारी ही देखने लायक थी। जब दोनों खिलाड़ियों ने जिम्मेदारी उठाते हुए महत्वपूर्ण पारी खेली थी। जोहानिसबर्ग टेस्ट में पुजारा और रहाणे के आउट हो जाने के बाद भारतीय टीम ताश के पत्तों की तरफ ढह गई।

केपटाउन। भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेले जा रहे तीसरे और निर्णायक टेस्ट मुकाबले में एक बार फिर से सीनियर खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे का बल्ला नहीं चला। ऐसे में शायद ही आगामी टेस्ट सीरीज में इन दोनों खिलाड़ियों का चयन हो। भारतीय टीम को कई बार मुश्किल परिस्थितियों से उभारने वाले दोनों सीनियर खिलाड़ियों को फॉर्म काफी खराब चल रहा है। ऑस्ट्रेलिया दौरे से कप्तान विराट कोहली के वापस आ जाने के बाद टेस्ट की जिम्मेदारी सीनियर खिलाड़ी रहाणे के कंधों पर आ गई है और सभी ने देखा कि कैसे उन्होंने अपनी रणनीति के दम पर गाबा में तिरंगा फहराया था। 

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कैसा रहा साउथ अफ्रीका का दौरा

साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेले गए तीन टेस्ट मुकाबलों की छह पारियों में से महज चौथी पारी ही देखने लायक थी। जब दोनों खिलाड़ियों ने जिम्मेदारी उठाते हुए महत्वपूर्ण पारी खेली थी। इसके बावजूद भारतीय टीम को जोहानिसबर्ग टेस्ट में बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा था। इस मुकाबले में पुजारा और रहाणे के आउट हो जाने के बाद भारतीय टीम ताश के पत्तों की तरफ ढह गई। महज ऑलराउंडर हनुमा बिहारी ही एक छोर पर टिके रहे। दूसरे टेस्ट की चौथी पारी में पुजारा- रहाणे ने तीसरे विकेट के लिए 111 रनों की साझेदारी की। जिसमें दोनों तेज रन-रेट के साथ खेलते हुए दिखाई दिए। पुजारा ने जहां 86 गेंद पर 53 रन बनाए थे, वहीं रहाणे ने 76 गेंदों में 56 रन की पारी खेली थी।

नहीं खेल पा रहे शतकीय पारी

पुजारा और रहाणे दोनों ही खिलाड़ियों ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना आखिरी टेस्ट शतक जड़ा था। पुजारा ने जहां 3 जनवरी, 2019 को सिडनी में अपना आखिरी शतकीय पारी थी, वहीं रहाणे ने 26 दिसंबर 2020 को मेलबर्न में शतक लगाया था। इसके बाद दोनों के बल्लों से कई बार छोटी-मोटी पारियां देखने को मिली हैं। रहाणे के कॅरियर की बात करें तो उन्होंने 82 टेस्ट की 140 पारियों में 38.52 के औसत से 4931 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 12 शतक और 25 अर्धशतक जड़े हैं। वहीं पुजारा ने 95 टेस्ट की 162 पारियों में 43.88 के औसत से 6713 रन जोड़े हैं। इस दौरान उन्होंने 3 दोहरे शतक, 18 शतक और 32 अर्धशतक लगाए हैं।

कप्तान कोहली ने किया था सपोर्ट

केपटाउन टेस्ट से पहले मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए कप्तान कोहली ने कहा था यदि आप पिछले टेस्ट में ही देखो तो जिस तरह से रहाणे और पुजारा ने दूसरी पारी में बल्लेबाजी की, वह अनुभव हमारे लिए बेशकीमती है। विशेषकर इस तरह की सीरीज में जहां हम जानते हैं कि इन खिलाड़ियों ने पूर्व में अपनी भूमिका अच्छी तरह से निभाई है। कोहली ने कहा था कि इन खिलाड़ियों ने पिछली बार ऑस्ट्रेलिया में अच्छा प्रदर्शन किया था। पिछले टेस्ट में उन्होंने मुश्किल परिस्थितियों में महत्वपूर्ण पारियां खेली और इसका काफी महत्व है। 

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बेंच पर बैठे हैं विहारी और अय्यर

भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी गौतम गंभीर को लगता है कि टीम प्रबंधन को हनुमा विहारी को मौका देना चाहिए। उन्होंने हाल ही में हनुमा विहारी को टीम में शामिल किए जाने की वकालत की थी। आपको बता दें कि जोहानिसबर्ग टेस्ट में हनुमा विहारी ने अपनी नियंत्रित पारी से सभी को मोहित कर लिया था। इसके अलावा न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने वाले श्रेयस अय्यर को भी अपनी बारी का इंतजार है। उन्होंने कानपुर टेस्ट की दोनों पारियों ने शानदार बल्लेबाजी की थी। पहली पारी में उन्होंने 105 रन तो दूसरी पारी में 65 महत्वपूर्ण रन बनाए थे। इसके बावजूद कानपुर टेस्ट ड्रा हो गया था फिर भी श्रेयस अय्यर को हीरो चुना गया था।

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