हम लोग रिकॉर्ड और उपलब्धियों को लेकर उतावले रहते हैं : कोहली

बतौर बल्लेबाज आपको निराशा होती है।’’ जब मीडिया ने पूछा कि बड़ी पारी नहीं खेल पाने के कारण क्या वह अपनी प्रक्रिया में बदलाव करना चाहते हैं, इस पर उन्होंने कहा ,‘‘ मेरी तैयारी वैसी ही है जैसी हमेशा रही है। जब तक मैं अच्छी बल्लेबाजी कर रहा हूं, मुझे चिंता नहीं है। हम रिकॉर्ड और उपलब्धियों को लेकर उतावले रहते हैं।’’
मोहाली| विराट कोहली जब अपना सौवां टेस्ट खेलने उतरे तो उन्हें काफी बेचैनी थी और पहले टेस्ट जैसे वह ‘नर्वस’ भी थे लेकिन उनके रिकॉर्ड और उपलब्धियों को लेकर लोगों के ‘क्रेज’ से वह अविचलित रहते हैं।
कोहली श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट के पहले दिन 45 रन बनाकर आउट हुए। उन्होंने पहले दिन का खेल समाप्त होने पर कहा ,‘‘ मुझे अच्छी शुरूआत को बड़ी पारियों में बदलना होगा।
बतौर बल्लेबाज आपको निराशा होती है।’’ जब मीडिया ने पूछा कि बड़ी पारी नहीं खेल पाने के कारण क्या वह अपनी प्रक्रिया में बदलाव करना चाहते हैं, इस पर उन्होंने कहा ,‘‘ मेरी तैयारी वैसी ही है जैसी हमेशा रही है। जब तक मैं अच्छी बल्लेबाजी कर रहा हूं, मुझे चिंता नहीं है। हम रिकॉर्ड और उपलब्धियों को लेकर उतावले रहते हैं।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ मुझे लगा मानो मेरा पहला टेस्ट है। मुझे बेचैनी हो रही थी और काफी नर्वस भी था।’’ उन्होंने हालांकि स्वीकार किया कि अब अच्छी शुरूआत को बड़ी पारियों में बदलना होगा।
उन्होंने कहा ,‘‘ मेरी शुरूआत अच्छी थी और यूं आउट होने का दुख है। मैं अच्छी बल्लेबाजी कर रहा था। बतौर बल्लेबाज निराशा होती है। हमारी कोशिश हमेशा बड़ी पारी खेलकर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाने की रहती है।’’ कोहली ने कहा कि कोरोना काल में अपने खेल पर काम करने का समय ही नहीं मिल पाता।
उन्होंने कहा ,‘‘ यह हालात ऐसे नहीं है कि खेल से अलग रहकर उस पर काम किया जा सके। तीनों प्रारूप और आईपीएल में इतने लंबे समय तक खेलना कठिन था। मुझे गर्व है कि मैने अपने शरीर को इसके अनुकूल बनाया।
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