क्रिकेट वर्ल्ड कप से पहले आईपीएल खेलकर कहीं भारतीय टीम थक न जाये

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वर्ल्ड कप से पहले टीम आईपीएल खेला जाना है। जहां कई खिलाड़ी अपने पदर्शन में सुधार कर सकते हैं। लेकिन आईपीएल टूर्नामेंट काफी बड़ा और थका देने वाला होता है। जहां ऐसा ना हो कि खिलाड़ी ज्यादा मैच खेलकर वर्ल्ड कप से पहले अपनी फिटनेस खो दें।

भारतीय क्रिकेट टीम ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में इतिहास रच हिंदुस्तान लौट चुकी है। टीम इंडिया के ज्यादातर खिलाड़ी भारत में हैं। वहीं कुछ खिलाड़ी इस वक्त छुट्टियों का आनंद उठा रहे हैं। वैसे तो मौजूदा दौर में खिलाड़ी ज्यादातर समय क्रिकेट के मैदान या फिर उससे जुड़ी गतिविधियों में ही बिताते हैं। लेकिन इस बीच कई खिलाड़ी अपने परिवार या फिर शरीर को आराम देने के लिए वक्त चाहते हैं। जाहिर है इस समय के क्रिकेट में आराम के लिए ज्यादा वक्त नहीं है जिसकी वजह से खिलाड़ियों को चोट से भी कई बार रूबरू होना पड़ता है। जिसकी वजह से उनके कॅरियर पर असर पड़ सकता है।


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टीम इंडिया कंगारूओं के बाद कीवी सरजमीं पर शानदार प्रदर्शन कर रही है। विराट कोहली को न्यूजीलैंड के 3 वनडे मैचों के बाद टीम से आराम दिया गया था। वही जसप्रीत बुमराह जैसे गेंदबाजों को ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद वापस स्वदेश भेज दिया गया था ताकि वह वर्ल्ड कप से पहले भरपूर आराम पा सकें। 30 मई 2019 से शुरू होने वाले वर्ल्ड कप से पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम इंडिया को घरेलू सरजमीं पर 2 टी-20 और 5 वनडे मैचों की सीरीज खेलनी है। इस सीरीज के लिए कई सीनियर खिलाड़ी को आराम मिलने के कयास भी लगाए जा रहे हैं। भारतीय चयनकर्ता इस सीरीज से उन खिलाड़ियों को आराम दे सकते हैं। जिनका वर्ल्ड कप में खेलना संभावित तय है और उन्हें फिटनेस बचाएं रखने के लिए आराम की जरूरत है।

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जाहिर है वर्ल्ड कप से पहले टीम आईपीएल खेला जाना है। जहां कई खिलाड़ी अपने पदर्शन में सुधार कर सकते हैं। लेकिन आईपीएल टूर्नामेंट काफी बड़ा और थका देने वाला होता है। जहां ऐसा ना हो कि खिलाड़ी ज्यादा मैच खेलकर वर्ल्ड कप से पहले अपनी फिटनेस खो दें। वहीं खिलाड़ियों को चोटिल होने से बचाना भी बीसीसीआई के लिए एक अहम मुद्दा होगा।

चयनकर्ताओं को सूझबूझ से चुननी होगी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम

24 फरवरी से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू होने वाली घरेलू श्रृंखला के लिए भारतीय चयनकर्ताओं से बड़ी तलवार लटक रही है। इस टीम में कुछ खिलाड़ियों को आराम देने के उपर चयनकर्ता माथापच्ची कर रहे होंगे। कप्तान विराट कोहली को न्यूजीलैंड के खिलाफ आराम दिया गया था। जिसकी वजह से वो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज में खेल सकते हैं। वहीं जसप्रीत बुमराह को भी लौटना लगभग तय है। इसके अलावा चनयकर्ता रोहित शर्मा, महेंद्र सिंह धोनी, शिखर धवन, मोहम्मद शमी जैसे खिलाड़ियों को आराम देने के बारे में सोच सकते हैं। साफ है चयनकर्ताओं को टीम के खिलाड़ियों को आराम देने के साथ ही यह भी सोचने की जरूरत है कि कहीं कंगारूओं के सामने ये भारतीय टीम कमजोर पड़ जाएं। क्योंकि वर्ल्ड कप से पहले ऑस्ट्रेलिया को लय में लाना खतरे का सौदा हो सकता है। क्योंकि कंगारूओं को अगर जीत हासिल हुई तो भारतीय टीम के खिलाफ पिछले माह अपने घर में मिलने वाली हार का बदला ले सकते हैं। जाहिर है टीम के संयोजन का संतुलन काफी जरूरी है। घरेलू क्रिकेट में कई युवा खिलाड़ी शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। जिसकी बदौलत उन्हें टीम में जगह दी जा सकती है। वहीं कप्तान कोहली और बुमराह के लौटने से ये टीम वैसे ही मजबूत हो जाती है। 

क्या ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम से साफ हो जाएगी विश्व कप की तस्वीर

पिछले लंबे समय से भारतीय टीम विश्व क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन कर रही है। जिसकी वजह से खिलाड़ियों को भी लगातार तारीफ मिल रही है। लेकिन इस बीच भारतीय चयनकर्ताओं के मेहनत को ज्यादातर बार नजरअंदाज किया गया है। भारत जैसे देश में चनयकर्ताओं को टीम चयन में काफी मुश्किलें पैदा होती हैं। यह भारतीय सेलेक्टर्स ही थे जिन्होंने पिछले कुछ सालों में देश को नए और प्रतिभावना खिलाड़ी ही थे। भारतीय चयनकर्ताओं की बदौलत ही दिनेश कार्तिक, केदार जाधव जैसे खिलाड़ी अभी टीम इंडिया के मिडिल आर्डर में खेल अपनी प्रतिभा सबसे सामने ला रहे हैं। साफ है चयनकर्ताओं पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम चुनना सबसे बड़ा फैसला होगा। क्योंकि इस टीम से ये तो साफ हो जाएगा कि वर्ल्ड कप के लिए कौन 15 भारतीय खिलाड़ी टीम का हिस्सा होंगे। वहीं इसके साथ ही कुछ नए खिलाड़ियों को वर्ल्ड कप से पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार प्रदर्शन कर सबकी नजरों में आने का मौका होगा।

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जाहिर है भारतीय क्रिकेट शानदार हाथों में है। टीम के सीनियर खिलाड़ी इस टीम की जान हैं। वहीं प्रतिभावान युवाओं के टीम में आने से ड्रेसिंग रूम में एक अलग तरह का माहौल पैदा होता है। भारतीय चयनकर्ता भी टीम मैनेजमेंट और कप्तान के साथ मिलकर अच्छे खिलाड़ियों को लगातार मौका दे रहा है। यह भारतीय चयनकर्ता ही हैं जिनकी बदौलत भारत को पिछले कुछ समय में पृथ्वी शॉ, मयंक अग्रवाल, शुभमन गिल, विजय शंकर और क्रुणाल पांड्या जैसे सितारे मिले। जाहिर है भारतीय क्रिकेट इस समय हर मायनों में ताकतवर नजर आ रहा है। जिसकी वजह से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज में शानदार प्रदर्शन कर वर्ल्ड कप जीतने की उम्मीद हिंदुस्तान की और ज्यादा बढ़ चली है।

-दीपक कुमार मिश्रा

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