एलपीजी गैस सब्सिडी पाने के लिए ई-केवाईसी वेरिफिकेशन बहुत जरूरी है, अपनाइए ये ऑफलाइन या ऑनलाइन प्रक्रिया

अब गैस सब्सिडी पाने के लिए ई-केवाईसी कराना जरूरी है। इसके लिए, आप ऑफलाइन या ऑनलाइन दोनों तरीका अपना सकते हैं। जहां तक ऑफलाइन तरीके की बात है तो सबसे पहले आपका जिस गैस एजेंसी पर कनेक्शन है, वहां जाएं।
आधुनिक ईंधन के साधनों में एलपीजी गैस बेहद लोकप्रिय है। इलेक्ट्रिसिटी आधारित उपकरणों के बाद गैस आधारित उपकरणों की मांग बहुत ज्यादा है। वहीं, बढ़ती गैस की कीमतों के मद्देनजर जरूरतमंद लोगों के लिए गैस सब्सिडी भी वरदान साबित हुआ है। हालांकि, गैस सब्सिडी पाने के लिए ई-केवाईसी वेरिफिकेशन करना जरूरी बना दिया गया है। इसलिए आप ई-केवाईसी कराने के लिए ऑफलाइन या ऑनलाइन तरीका अपना सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि ई-केवाईसी (नो योर कस्टमर) प्रक्रिया के माध्यम से आपकी पहचान और आपके बैंक खाते की जानकारी को डिजिटली प्रमाणित किया जाता है। इसलिए हम यहां पर आपको बता रहे हैं कि आप गैस सब्सिडी पाने के लिए ई-केवाईसी वेरिफिकेशन कैसे कर सकते हैं? इसके लिए आप अपने गैस एजेंसी की आधिकारिक वेबसाइट या मोबाइल ऐप पर जाएं। आपको बता दें कि इंडियन ऑयल (इंडेन), भारत गैस और एचपी गैस जैसी कंपनियों के ऐप और वेबसाइट पर ई-केवाईसी सुविधा उपलब्ध है, जिसका फायदा लोग उठा रहे हैं।
इसे भी पढ़ें: ऑटोमेटेड टेलर मशीन (ATM) क्या है? इस मशीन से आप पैसे निकालने के अलावा और क्या-क्या जरूरी काम कर सकते हैं, जानिये विस्तार से
# एलपीजी गैस ई-केवाईसी अपडेट करने के लिए अपनाइए ये तौर-तरीके
अब गैस सब्सिडी पाने के लिए ई-केवाईसी कराना जरूरी है। इसके लिए, आप ऑफलाइन या ऑनलाइन दोनों तरीका अपना सकते हैं। जहां तक ऑफलाइन तरीके की बात है तो सबसे पहले आपका जिस गैस एजेंसी पर कनेक्शन है, वहां जाएं। इस क्रम में आप अपने साथ में, आधार कार्ड और पहचान से जुड़े अन्य दूसरे दस्तावेज भी ले जाएं। उसके बाद एजेंसी के संचालक से संपर्क करें और अपना जरूरी दस्तावेज उन्हें दें। इसके बाद, संचालक आपकी आंखों और अंगूठे को स्कैन करेंगे। इस तरह से वेरिफिकेशन के बाद आपका ई-केवाईसी कर दिया जाएगा, जो आपके बहुत काम आएगा।
वहीं ऑनलाइन माध्यम के सहारे सबसे पहले आप 'माय भारत गैस' के आधिकारिक पोर्टल पर जाएं। फिर होमपेज पर, 'चेक इफ यू नीड केवाईसी' के विकल्प पर क्लिक करें। फिर, 'क्लिक हियर टू डाऊनलोड केवाईसी फॉर्म' के लिंक पर क्लिक करें। यहां से केवाईसी फॉर्म डाउनलोड करके प्रिंट कर लें। पुनः इस फॉर्म में मांगी गई जानकारी भरें और जरूरी दस्तावेजों को फॉर्म के साथ लगाएं। फिर, फॉर्म को संबंधित एजेंसी में जमा कर दें। इसके बाद कुछ समय में ही आपका ई-केवाईसी अपडेट कर दिया जाएगा।
बता दें कि ई-केवाईसी फॉर्म के साथ, पहचान के लिए इनमें से कोई भी दस्तावेज लगाया जा सकता है- जैसे- आधार कार्ड नंबर, पासपोर्ट नंबर, पैन कार्ड नंबर, वोटर आईडी कार्ड, राज्य या केंद्र द्वारा जारी कोई भी पहचान पत्र और ड्राइविंग लाइसेंस की फोटोकॉपी आदि।
# क्या एलपीजी सब्सिडी के लिए ई-केवाईसी अनिवार्य है?
हां, एलपीजी सब्सिडी के लिए ई-केवाईसी अनिवार्य है। लिहाजा, गैस सब्सिडी पाने के लिए, आप आधार को एलपीजी से ऑनलाइन जोड़ सकते हैं। इसके लिए आप यूआईडीएआई की आधिकारिक वेबसाइट पर लॉग इन करें। वहां पर फॉर्म भरकर आधार सीडिंग पोर्टल पर जाएं। उसके बाद एलपीजी सेवा का चुनाव करें। फिर अपने एलपीजी कनेक्शन के हिसाब से स्कीम का नाम बताएं। पुनः अपने फायदे चुनें और अपने एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर का नाम चुनें। ततपश्चात अपना कांटेक्ट नंबर, ईमेल और आधार नंबर डालें। यहां पर अनुरोध करने के बाद, आपके रजिस्टर्ड नंबर और ईमेल पर ओटीपी आएगा। इसे भर दें। इससे आपका दावा पुख्ता हो जाएगा।
# एलपीजी गैस सब्सिडी छोड़ने के लिए आप ये प्रक्रिया अपनाइए
आप ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर या डायरेक्ट पेमेंट चेक करके भी एलपीजी गैस सब्सिडी चेक कर सकते हैं। ऑफलाइन तरीके से, आप नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर पर जाकर बैंक बैलेंस चेक करवा सकते हैं या किसी बैंकिंग से जुड़े व्यक्ति से संपर्क कर सकते हैं। आप एलपीजी गैस सब्सिडी छोड़ने के लिए भी आधिकारिक एलपीजी सेवा प्रदाता की वेबसाइट पर जा सकते हैं। पेज के ऊपर 'क्लिक टू गिव अप एलपीजी सब्सिडी ऑनलाइन' विकल्प पर क्लिक करें। फिर, अपना एलपीजी प्रदाता चुनें और जरूरी जानकारी दें।
# समझिए, एलपीजी सब्सिडी के लिए ई-केवाईसी कैसे अनिवार्य है?
ई-केवाईसी फॉर्म भरते समय, आपको अपना नाम, गैस उपभोक्ता नंबर, पति या पिता का नाम और एड्रेस प्रूफ देना होता है। वहीं, एड्रेस प्रूफ के लिए, आप आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, लीज का एग्रीमेंट, वोटर आईडी कार्ड, पासपोर्ट या राशन कार्ड की फोटो कॉपी दे सकते हैं। इस प्रक्रिया में आप फॉर्म भरने के बाद, उसे वेरीफाई करें और फिर जमा कर दें। एजेंसी के अधिकारी फॉर्म के नीचे पावती पर हस्ताक्षर करेंगे और बाकी फॉर्म आपको दे देंगे।
# जानिए, क्या होता है ई-केवाईसी वेरिफिकेशन?
डिजिटल दुनिया में ई-केवाईसी (इलेक्ट्रॉनिक नो योर कस्टमर) वेरिफिकेशन, 'अपने ग्राहक को जानें' (केवाईसी) प्रोटोकॉल का डिजीटल वर्जन है। जिसमें आधार प्रमाणीकरण के जरिए ग्राहक की पहचान और पता इलेक्ट्रॉनिक तौर पर वेरिफिकेशन किया जाता है। इसप्रकार ई-केवाईसी, आईडेंटीटी को तेज और कुशल बनाता है, साथ ही कागजी कार्रवाई को भी कम करता है। कुल मिलाकर यह वित्तीय समावेशन को बढ़ाता है और सुरक्षा बनाए रखते हुए सेवाओं के डिजिटलीकरण में मदद करता है। ई-केवाईसी में, सेवा प्रदाता, चाहे वह सरकारी हो या निजी, आधार कार्ड जैसे दस्तावेजों का इस्तेमाल करके ग्राहक की पहचान और जुड़ी जानकारी को वेरिफिकेशन करता है। यह प्रक्रिया भौतिक दस्तावेज की जरूरत के बिना डिजिटली तौर पर वेरिफिकेशन करने की प्रक्रिया है, जो आजकल बहुत प्रचलित है।
- कमलेश पांडेय
वरिष्ठ पत्रकार व स्तम्भकार
अन्य न्यूज़












