शेयर बाजार में लार्ज, मिड, स्मॉल या फ्लेक्सी कैप में से कौन-सा फंड आपको दे सकता है ज्यादा मुनाफा? जानिए विस्तार से...

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कमलेश पांडे । May 29 2025 3:06PM

बैंकिंग व्यवस्था के अभूतपूर्व विकास, नौकरी-पेशे की बदलती जरूरतों, मॉडर्न आवासीय जरूरतों, आधुनिक शिक्षा व स्वास्थ्य के बढ़ते खर्चों और रोजमर्रा के बेलगाम अनावश्यक खर्चों को बनाए रखने के लिए रणनीतिक बचत और निवेश बहुत जरूरी है।

चाहे रोजगार-धंधे वाले लोग हों या नौकरी पेशे वाले व्यक्ति या फिर प्रारब्ध वश बचपन या बुढ़ापा में लाचारी का दंश झेलने वाले अभिशप्त लोग, अपनी गाढ़ी कमाई से की गई बचत सबके काम आती है। इसलिए किसी भी व्यक्ति को अपने आश्रितों के भविष्य की सुरक्षा के लिए अथवा अपनी संपत्ति में बढ़ोतरी के लिए बचत बहुत जरूरी है। पहले के लोग भूमि, सोना, मकान, गोदाम, बगान, शिक्षा, पशुपालन, रोजगार-धंधे आदि में अपनी जरूरत और प्राथमिकताओं के मुताबिक काफी सोच-समझ कर निवेश करते थे। कुछ लोग लोकल महाजनी यानी सूद पर लेनदेन का कारोबार भी करते थे।

लेकिन बैंकिंग व्यवस्था के अभूतपूर्व विकास, नौकरी-पेशे की बदलती जरूरतों, मॉडर्न आवासीय जरूरतों, आधुनिक शिक्षा व स्वास्थ्य के बढ़ते खर्चों और रोजमर्रा के बेलगाम अनावश्यक खर्चों को बनाए रखने के लिए रणनीतिक बचत और निवेश बहुत जरूरी है। इस नजरिए से फिक्स्ड डिपॉजिट, मासिक बचत के अलावा शेयर बाजार में लार्ज कैप, मिड कैप, स्मॉल कैप और फ्लेक्सी कैप फंड में निवेश का प्रचलन बढ़ा है। 

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हालांकि ऐसा करने के लिए, सबसे पहले अपने जोखिम उठाने की क्षमता और निवेश लक्ष्यों को समझना चाहिए। क्योंकि फ्लेक्सी कैप फंड, अलग-अलग मार्केट कैप वाली कंपनियों में निवेश करके लचीलापन प्रदान करता है, जबकि लार्ज कैप फंड बड़ी कंपनियों में निवेश करते हैं, जो कम जोखिम और स्थिरता प्रदान करते हैं। वहीं, मिड कैप और स्मॉल कैप फंड में निवेश करने पर, रिटर्न की संभावना अधिक होती है, लेकिन जोखिम भी अधिक होता है। इसलिए यहां पर हम आपको विस्तार से सबकुछ समझा रहे हैं।

पहले बात करते हैं लार्ज कैप फंड की, क्योंकि ये फंड बड़ी कंपनियों के शेयरों में निवेश करते हैं, जिनका मार्केट कैप ₹20,000 करोड़ से अधिक होता है। इसलिए लार्ज कैप फंड कम जोखिम और स्थिरता प्रदान करते हैं, जो रूढ़िवादी निवेशकों के लिए उपयुक्त हैं। रही बात मिड कैप फंड की तो ये फंड मध्यम आकार की कंपनियों के शेयरों में निवेश करते हैं, जिनका मार्केट कैप ₹5,000 करोड़ से ₹20,000 करोड़ के बीच होता है। देखा जाए तो मिड कैप फंड, लार्ज कैप की तुलना में अधिक विकास की संभावना के साथ आते हैं, लेकिन जोखिम भी थोड़ा अधिक होता है।

रही बात स्मॉल कैप फंड की तो ये फंड छोटी कंपनियों के शेयरों में निवेश करते हैं, जिनका मार्केट कैप ₹5,000 करोड़ से कम होता है। यही वजह है कि स्मॉल कैप फंड उच्च विकास क्षमता के साथ आते हैं, लेकिन जोखिम भी सबसे अधिक होता है। वहीं, फ्लेक्सी कैप फंड की बात करें तो ये फंड लार्ज, मिड और स्मॉल कैप कंपनियों के शेयरों में निवेश करते हैं, लेकिन फंड मैनेजर को अपनी निवेश रणनीति के अनुसार अलग-अलग क्षेत्रों में निवेश करने की स्वतंत्रता होती है। दरअसल, यह फंड उन निवेशकों के लिए अच्छा है जो विभिन्न मार्केट कैप में निवेश करना चाहते हैं और अधिक लचीलापन चाहते हैं।

ऐसे में किसी भी निवेशक के मन में पहला सवाल यही उठता है कि इन चारों में से कौन सा फंड आपके लिए बेहतर है? तो जवाब यही होगा कि आपका निवेश निर्णय आपकी जोखिम सहनशीलता, निवेश लक्ष्यों और समय सीमा पर निर्भर करता है। यदि आप कम जोखिम और स्थिरता चाहते हैं, तो लार्ज कैप फंड आपके लिए बेहतर हो सकते हैं। यदि आप उच्च रिटर्न की संभावना के साथ अधिक जोखिम उठाने के लिए तैयार हैं, तो स्मॉल कैप या फ्लेक्सी कैप फंड आपके लिए उपयुक्त हो सकते हैं।

जहां तक निवेश का तरीका की बात है तो: एसआईपी (SIP) जिसे Systematic Investment Plan) कहा जाता है, निवेश का सबसे बेहतर तरीका है। मसलन, फ्लेक्सी कैप फंड में निवेश करने का एक अच्छा तरीका (एसआईपी) SIP के माध्यम से है, जो आपको समय-समय पर निवेश करने और बाजार के उतार-चढ़ाव का लाभ उठाने की अनुमति देता है। वहीं पर यदि आप एसटीपी (STP) यानी  Systematic Transfer Plan के मार्फत एकमुश्त निवेश करना चाहते हैं, तो आप STP का उपयोग कर सकते हैं, जो आपको एक लिक्विड फंड से फ्लेक्सी कैप फंड में धीरे-धीरे निवेश करने की अनुमति देता है।

लिहाजा, हमें निवेश करते समय निम्नलिखित बातों पर अवश्य ही ध्यान देना चाहिए। 

पहला, विविधता: इसके अंतर्गत आप अपने पोर्टफोलियो में विभिन्न प्रकार के फंड शामिल करें ताकि जोखिम को कम किया जा सके। 

दूसरा, लक्षित रिटर्न: इसके तहत अपने निवेश लक्ष्यों और समय सीमा को ध्यान में रखें ताकि आप सही फंड का चयन कर सकें। 

तीसरा, अनुसंधान: इसके अंतर्गत आप विभिन्न फंडों के प्रदर्शन और जोखिमों का मूल्यांकन करने के लिए अनुसंधान करें। यदि आप ऐसा कर सकेंगे तो अवश्य ही नई वित्तीय ऊंचाई को प्राप्त कर लेंगे। 

चाहे आप किसी भी पेशे में हों, अपनी जरूरतों के मुताबिक निवेश रणनीति बनाएं और बदलते बाजार के ट्रेंड के मुताबिक उसे बदलते रहें।

- कमलेश पांडेय

वरिष्ठ पत्रकार व स्तम्भकार

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