सीरियसली... बहुत शानदार है नवाज़उद्दीन सिद्दीक़ी की सीरियस मैन, सोचने पर कर देगी मजबूर
दिग्गज एक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी की नयी फिल्म 'सीरियस मैन' नेटफ्लिक्स पर 2 अक्टूबर को रिलीज हो गयी है। इससे पहले नवाब की वेब सीरीज सेक्रेड गेम्स और फिल्म रात अकेली है भी नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो चुकी है।
दिग्गज एक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी की नयी फिल्म 'सीरियस मैन' नेटफ्लिक्स पर 2 अक्टूबर को रिलीज हो गयी है। इससे पहले नवाब की वेब सीरीज सेक्रेड गेम्स और फिल्म रात अकेली है भी नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो चुकी है। फिल्म सीरियस मैन दो घोटालों पर आधारित है। पहला घोटाला एक दलित समुदाय का पिता अपनी पहचान (हेसियत) को बदलने के लिए करता है और दूसरा घोटाला ब्रह्माण्ड में एलियन की खोज को लेकर होता है। इन दो घोटालों के जरिये फिल्म समाज की कई बुराईयों पर भी चोट करती है। समाज में जाति प्रथा, अमीरी-गरीबी और शिक्षा के लिए बनाये गये स्वार्थी नियमों का भी विरोध करती है।
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फिल्म की कहानी
फिल्म सीरियस मैन मनु जोसेफ की नॉवल पर आधारिक एक फिल्म है। जिसमें दिखाया गया है कि दक्षिण भारत के तमिलनाडु के अय्यर मणि (नवाजुद्दीन सिद्दीकी) मुंबई में एक छोटी सी चॉल में परिवार के साथ आकर बसे गये हैं। अय्यर एक वैज्ञानिक डॉक्टर आचार्य के पास पीए का काम करता था। वह अपने बॉस की हमेशा उखड़ी हुई बातें सुनता रहता था। बॉस की बातों नें जाति का भेदभाव साफ दिखाई पड़ा था। अय्यर अपने जैसी जिंदगी अपने बच्चे के लिए नहीं चाहता था। अय्यर अपने सामान्य बुद्धि वाले बच्चे को जीनियस बनाने की प्लानिंग करता है और अपने बच्चे को कई साइंस के शब्द रटाकर उसे मशहूर कर देता है। मीडिया चैनल उसके बच्चे की कवरेज के लिए लाइन लगा कर रखते हैं। अय्यर की ये चालाकी लेकिन एक दिन उसी पर भारी पड़ जाती है। अय्यर की गलती की सचा उसके बच्चें को भी मिलती है। आखिर अय्यर ने ऐसा क्या किया जिससे एक बच्चे का बचपन झूठ के साय में खो गया ये जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़गी।
सीरियस मैन रिव्यू
सबसे पहले बात करते हैं कहानी की, फिल्म की कहानी बहुत ही बारिकी से तथ्यों को आधार बना कर लिखी गयी है। आपको कहीं ऐसा नहीं लगेगा कि ये काल्पनिक है। फिल्म आज के एजुकेशन सिस्टम पर चोट करती है। फिल्म में दिखाया गया है कि कुछ बच्चे कैसे अपने मां-बाप की इच्छाओं के तले अपने हुनर को खत्म करते शानदार करियर बनाने की होड़ में चल देते हैं। ये कहानी अधिकतर बच्चों की है जहां बच्चों का भविष्य पैदा होते ही सोच लिया जाता है।
दूसरी तरह फिल्म समाज में फैले जातिवाद की कुंठा को भी बारिकी से दिखाती है। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे राजनीति में दलित समुदाय के लोगों का प्रयोग किया जाता है।
फिल्म के कलाकारों की बात करें तो फिल्म की बैक बोन नवाजुद्दीन सिद्दीकी है उन्होंने अय्यर के किरदार में जान डाल दी है। हर भार की तरह उन्होंने दमदार अभिनय किया है। किरदार के हर भाव को उनके चेहरे पर देखा जा सकता है। इसके अलावा बाल कलाकार अक्षत दास ने भी बहुत ही शानदार काम किया हैं।
कलाकार- नवाज़उद्दीन सिद्दीक़ी, इंदिरा तिवारी, अक्षत दास, नासर, संजय नर्वेकर, श्वेता बसु प्रसाद आदि।
निर्देशक- सुधीर मिश्रा
प्लेटफॉर्म- नेटफ्लिक्स
स्टार- *** (तीन स्टार)
अवधि- दो घंटा
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