विशाल की ''रंगून'' कुछ अलग देखने वाले ही पसंद करेंगे

प्रीटी । Feb 27 2017 5:41PM

कहानी में दिखाया है कि आजादी से पहले भारत में किस तरह का माहौल था। एक ओर गांधी जी का आंदोलन चल रहा था तो दूसरी ओर सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिंद फौज अपने मिशन में जुटी हुई थी।

इस सप्ताह प्रदर्शित निर्देशक विशाल भारद्वाज की फिल्म 'रंगून' युद्ध की पृष्ठभूमि पर आधारित प्रेम त्रिकोण फिल्म है। इस फिल्म से भारद्वाज का नाम जुड़े होने के कारण जो अपेक्षाएं लगायी गयी थीं वह तो पूरी नहीं हो सकीं लेकिन फिर भी एक बार फिल्म को देखा जा सकता है। 'मकबूल', 'ओमकारा', 'हैदर' जैसी उम्दा फिल्में देने वाले भारद्वाज ने विषय अच्छा चुना है और उस पर रिसर्च भी बहुत की है इसलिए फिल्म कई जगह आपको हैरान भी करेगी। 

फिल्म की कहानी में दिखाया गया है कि आजादी से पहले भारत में किस तरह का माहौल था। एक ओर गांधी जी का आंदोलन चल रहा था तो दूसरी ओर सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिंद फौज अपने मिशन में जुटी हुई थी। उस दौरान अभिनेत्री दिलेर जूलिया (कंगना राणावत) लोगों के दिलों पर राज करती थी। उसकी फिल्मों का निर्माता रूसी बिलमोरिया (सैफ अली खान) उसको बहुत चाहता है दूसरी ओर बॉर्डर पर ड्यूटी दे रहा जमादार नवाब मलिक (शाहिद) भी उससे बेपनाह प्यार करता है। कहानी में घुसपैठ की एक कोशिश भी दिखायी गयी है जोकि एक बड़ी साजिश का हिस्सा है। फिल्म में वॉर सीन वृहद स्तर पर फिल्माये गये हैं। निर्देशक ने प्यार और धोखे को दिखाने के चक्कर में कई जगह कहानी को गड़बड़ा दिया है।

अभिनय के मामले में कंगना ने एक बार फिर साबित किया है कि भले वह अभिनेत्री हों लेकिन जिस फिल्म में वह होती हैं उसकी हीरो वही होती हैं। सैफ अली खान और शाहिद कपूर भी अपने अपने रोल में प्रभावी रहे। अन्य कलाकारों से भी निर्देशक अच्छा काम लेने में सफल रहे हैं। यह काफी समय बाद हुआ है कि विशाल भारद्वाज की किसी फिल्म का संगीत आकर्षक नहीं बन पाया है। फिल्म के संवाद कहीं-कहीं जरूर प्रभावी लिखे गये हैं।

कलाकार- सैफ अली खान, कंगना राणावत, शाहिद कपूर और निर्देशक विशाल भारद्वाज।

प्रीटी

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