हल्दी और काली मिर्च साथ खाने से मिलते हैं जबरदस्त फायदे, जानकर चौंक जाएंगी आप

काली मिर्च में पिपरिन नाम का एक तत्व होता है, जो करक्यूमिन के असर को 2000 प्रतिशत तक बढ़ा देता है। यही वजह है कि जब हल्दी और काली मिर्च को एक साथ लिया जाता है तो इससे बहुत अधिक फायदा मिलता है।
खाना बनाते समय हम सभी कई तरह के मसालों का इस्तेमाल करते हैं। मसलन, खाने में हल्दी का तड़का लगाया जाता है। हल्दी में करक्यूमिन नाम का एक ज़बरदस्त तत्व होता है, जो सूजन कम करने वाला, एंटीऑक्सीडेंट और हीलिंग गुणों से भरपूर है। ये छोटी सी चीज़ स्किन से लेकर डाइजेशन तक के लिए फायदेमंद है। लेकिन इसके साथ एक समस्या है, कि करक्यूमिन अपने आप हमारे शरीर में अच्छे से नहीं घुलता। ऐसे में काली मिर्च को साथ में लेना काफी अच्छा माना जाता है।
काली मिर्च में पिपरिन नाम का एक तत्व होता है, जो करक्यूमिन के असर को 2000 प्रतिशत तक बढ़ा देता है। यही वजह है कि जब हल्दी और काली मिर्च को एक साथ लिया जाता है तो इससे बहुत अधिक फायदा मिलता है। ये कॉम्बिनेशन एक साथ सूजन कम करने, इम्यूनिटी बढ़ाने, पाचन सुधारने, जोड़ों के दर्द में आराम देने और दिमाग की सेहत के लिए काम करती है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको हल्दी और काली मिर्च को एक साथ लेने के हेल्थ बेनिफिट्स के बारे में बता रहे हैं-
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सूजन होती है कम
हल्दी शरीर की सूजन को कम करती है। वहीं, काली मिर्च में भी हल्के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। जब आप इन दोनों को मिलाकर लेते हैं, इससे जोड़ो का दर्द, मांसपेशियों की अकड़न, पेट की सूजन और अंदरूनी इन्फ्लेमेशन कम करते हैं। यह गठिया, पीसीओडी, थायरॉइड या आम शरीर दर्द में फायदेमंद है।
वजन घटाने में मददगार
हल्दी सूजन घटाकर हार्मोन्स को बैलेंस करती है और चर्बी के बढ़ने को रोकती है। काली मिर्च मेटाबॉलिज़्म तेज़ करती है और कैलोरी जलाने में मदद करती है। दोनों मिलकर पाचन सुधारते हैं, भूख कंट्रोल करते हैं और फैट लॉस में मदद करते हैं।
दिमाग और मूड के लिए फायदेमंद
अगर आप अपने मूड को बेहतर बनाना चाहती हैं तो ऐसे में आप हल्दी और काली मिर्च को एक साथ लें। हल्दी याददाश्त बढ़ाती है, तनाव कम करती है और मूड बेहतर बनाती है। वहीं, काली मिर्च इसके असर को दिमाग तक जल्दी पहुंचाती है। ये कॉम्बिनेशन ध्यान केंद्रित करने में मदद कर सकती है और दिमागी थकान को कम कर सकती है। इसलिए, यह पढ़ाई कर रहे छात्र, ऑफिस वालों या मानसिक थकान वाले लोगों के लिए बेस्ट माना जाता है।
- मिताली जैन
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