Women Health: महिलाओं को सेक्स के दौरान दर्द, शरीर के इन 5 संकेतों को पहचानें और तुरंत इलाज पाएं

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आज हम आपको कुछ ऐसे आम कारणों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके कारण सेक्‍शुअल इंटरकोर्स के दौरान दर्द का अनुभव हो सकता है। इसके लिए आपको यह जानना जरूरी है कि आप थोड़ी देखभाल करके अपने शरीर पूरी तरह से हेल्दी रख सकती हैं।

सेक्शुअल रिलेशन का अनुभव हमेशा सुखद होना चाहिए, लेकिन कई महिलाओं के लिए यह दर्द की वजह बन सकता है। हालांकि सेक्‍शुअल इंटरकोर्स के दौरान होने वाला दर्द आम है। जिसको अक्सर महिलाएं अनदेखा कर देती हैं या फिर इसके बारे में खुलकर बात करने से हिचकिचाती हैं। असल में यह दर्द ऐसा संकेत होता है, जो बताता है आपका शरीर आपसे कुछ कहना चाहता है और इस बात पर ध्यान देने की जरूरत है। हालांकि आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि इस परेशानी का समाधान भी आसानी से हो सकता है।

ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको कुछ ऐसे आम कारणों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके कारण सेक्‍शुअल इंटरकोर्स के दौरान दर्द का अनुभव हो सकता है। इसके लिए आपको यह जानना जरूरी है कि आप थोड़ी देखभाल करके अपने शरीर पूरी तरह से हेल्दी रख सकती हैं।

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सेक्‍शुअल इंटरकोर्स के समय दर्द की 5 वजह

वेजाइनल ड्राईनेस

वेजाइना में ड्राईनेस सबसे आम वजहों में से एक है। ऐसे में पर्याप्त लुब्रिकेशन न होने पर घर्षण की वजह सेक्शुअल इंटरकोर्स के दौरान दर्द हो सकता है।

पेल्विक फ्लोर में तनाव

पेल्विक फ्लोर की मसल्‍स के अधिक तनाव में होने पर सेक्शुअल इंटरकोर्स के समय दर्द हो सकता है।

हार्मोनल असंतुलन

डिलीवरी के बाद या फिर पेरिमेनोपॉज के दौरान हार्मोनल बदलाव होने से योनि के ड्राईनेस और दर्द की वजह बन सकते हैं।

एंडोमेट्रियोसिस या फाइब्रॉएड

यह एक ऐसी मेडिकल कंडीशन्स हैं, जो सेक्‍शुअल इंटरकोर्स के दौरान दर्द की वजह बनती हैं। एंडोमेट्रियोसिस में यूट्रस के अंदर की परत का टिश्‍यू बाहर बढ़ने लगता है। इसके लक्षणों में पीरियड्स में दर्द, हैवी ब्लीडिंग और कभी-कभी सेक्शुअल रिलेशन के दौरान दर्द भी शामिल है।

वैजिनीस्मस

बता दें कि इसमें योनि की मसल्स तब कस जाती है, जब कुछ भी प्रवेश की कोशिश करता है, जैसे सेक्शुअल रिलेशन या टैम्पोन के दौरान। इससे हल्के से लेकर तेज दर्द हो सकता है।

दर्द दूर करने के 2 उपाय

हर समस्या का एक समाधान है और सबसे जरूरी है कि इसके प्रति सही जागरुक होना और सहायता लेना। इस दर्द को कम करने के साथ सेक्शुअल रिलेशन को बेहतर बनाने के लिए आप 2 स्पेशल योगासन कर सकती हैं। यह शरीर की मसल्स को आराम देंगे और तनाव को भी कम करेंगे। आप इन आसन को बिस्तर पर लेटे-लेटे आराम से कर सकती हैं।

हैप्पी बेबी पोज

यह योगासन बेहद आसान है और आप आसानी से इस आसन को घर पर कर सकती हैं। इसको 'हैप्पी बेबी पोज' इसलिए भी कहा जाता है, क्योंकि इसको करते समय आपके शरीर की आकृति खुश और झूमते हुए बच्चे की तरह हो जाती है।

हैप्पी बेबी पोज उन महिलाओं के लिए बेहद फायदेमंद है, जिनको सेक्शुअल रिलेशन के दौरान दर्द होता है। यह आसन पेल्विक फ्लोर की मसल्‍स को ढीला करने के साथ हिप्स को खोलने में मदद करता है। इस आसन को करने से पेल्विक फ्लोर में तनाव, योनि ड्राईनेस और हार्मोनल असंतुलन के कारण होने वाले दर्द से राहत दिला सकता है।

इसे करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं।

घुटनों को चेस्‍ट की ओर मोड़ें।

हाथों से पैरों के बाहरी हिस्‍से को पकड़ें।

पैरों को धीरे-धीरे फैलाएं और हाथों से नीचे की ओर स्‍ट्रेच करें

धीरे-धीरे बाएं से दाएं हिलें और सांस लेते रहें।

इस मुद्रा में 30-60 सेकंड तक रहें।

लेग्स अप द वॉल

बता दें कि यह भी आसानी से किए जाने वाला योगासन है, जोकि शरीर को शांत करने के साथ पेल्विक एरिया में ब्लड सर्कुलेशन को सही करता है।

यह आसन पेल्विक फ्लोर के तनाव को कम करने में असरदार है। अगर आपको सेक्‍शुअल रिलेशन के दौरान वैजिनीस्मस, एंडोमेट्रियोसिस या फाइब्रॉएड के कारण दर्द होता है, तो लेग्स अप द वॉल को रोजाना करें। 

इस आसन को करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं।

फिर हिप्स को दीवार से सटाकर पैरों को सीधा ऊपर की तरफ उठाएं, जिससे कि पैर दीवार पर टिक जाएं।

अब अपनी बाजुओं को शरीर की साइड में रखें।

फिर इस मुद्रा में 3 से 5 मिनट तक रहें और धीमी और गहरी सांस लेती रहें।

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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