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Oscars 2021: फिल्म 'जलीकट्टू' ऑस्कर में करेगी भारत का प्रतिनिधित्व
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- नवंबर 25, 2020 17:20
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ऑस्कर में ‘जलीकट्टू’फिल्म भारत का प्रतिनिधित्व करेगी।हिंदी, उड़िया, मराठी और अन्य भाषाओं की 27 प्रविष्टियों के बीच इस फिल्म को सर्वसम्मति से चुना गया।चयन मंडल ने फैसला किया है कि मलयालम फिल्म ‘जलीकट्टू’ ऑस्कर में भारत का प्रतिनिधित्व करेगी।
नयी दिल्ली। फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया (एएफआई) ने बुधवार को कहा कि लीजो जोस पेल्लिसेरी द्वारा निर्देशित मलयालम फिल्म ‘जलीकट्टू’ को ऑस्कर में अंतरराष्ट्रीय फीचर फिल्म श्रेणी के लिए भारत की ओर से आधिकारिक तौर पर भेजने का फैसला किया गया है। हिंदी, उड़िया, मराठी और अन्य भाषाओं की 27 प्रविष्टियों के बीच इस फिल्म को सर्वसम्मति से चुना गया। फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया के चयन मंडल के अध्यक्ष फिल्मकार राहुल रवैल ने ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में बताया, ‘‘हिंदी, मलयालम और मराठी समेत कुल 27 फिल्में आयी थी। चयन मंडल ने फैसला किया है कि मलयालम फिल्म ‘जलीकट्टू’ ऑस्कर में भारत का प्रतिनिधित्व करेगी।’’
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यह फिल्म हरीश की लघु कथा पर आधारित है। इसमें एंटनी वर्गीज, चेम्बन विनोद जोस, सबुमन अब्दुसमद और सेंथी बालाचंद्रण ने भूमिका निभायी है। चयन मंडल ने ‘छपाक’, ‘शकुंतला देवी’, ‘छलांग’, ‘गुलाबो सिताबो’, ‘द स्काय इज पिंक’, ‘बुलबुल’ और ‘द डिसाइपल’ जैसी फिल्मों के बीच इसका चयन किया। ‘अंगामली डायरीज’ और ‘ऐ मा यू’ जैसी कई चर्चित फिल्में बनाने वाले जोस पेल्लिसेरी को ‘बहुत कुशल निर्देशक’ बताते हुए रवैल ने कहा कि ‘जलीकट्टू’ जैसी फिल्मपर देश को नाज होना चाहिए।
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अध्यक्ष ने कहा, ‘‘समूची फिल्म में एक पशु की बात कही गयी है जिसके सिर पर खून सवार है...फिल्म में अच्छे से चित्रण किया गया है और बहुत अच्छे से फिल्माया गया है। फिल्म के दौरान कई तरह की भावनाएं उमड़ती रहती हैं।’’ ‘जलीकट्टू’ को सितंबर 2019 में टोरंटो अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में प्रदर्शित किया गया था और इसे काफी सराहना मिली थी। पिछले साल पेल्लिसेरी को भारत के 50 वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार भी मिला था। वर्ष 2019 में जोया अख्तर की फिल्म ‘‘गली ब्वॉय’’ को भारत की तरफ से आधिकारिक तौर पर ऑस्कर के लिए भेजा गया था।
हॉलीवुड स्टार रसेल ब्रांड ने अली फजल के लिए दिया एक खूबसूरत संदेश
- रेनू तिवारी
- जनवरी 14, 2021 14:17
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पिछले एक साल से डेथ ऑन द नाइल के कलाकारों के बीच की मुलाकात स्थगित की जा रही है, लेकिन अली फ़ज़ल अपने सह-कलाकारों के संपर्क में बने रहे है।
प्रेस विज्ञप्ति अली फज़ल पीआर टीम। पिछले एक साल से डेथ ऑन द नाइल के कलाकारों के बीच की मुलाकात स्थगित की जा रही है, लेकिन अली फ़ज़ल अपने सह-कलाकारों के संपर्क में बने रहे है। केनेथ ब्रानघ डायरेक्टोरियल डेथ ऑन द नाइल को अक्टूबर 2020 में स्क्रीन पे रिलीज़ होने की उम्मीद थी, लेकिन अब सितंबर 2021 में यह फिल्म रिलीज़ होगी।
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एक अख़बार के साथ बातचीत में, फ़ज़ल ने अपने सह-कलाकार रसेल ब्रांड के बारे में बात की, जिसने उन्हें लॉकडाउन के महीनों के दौरान महसूस किया था। इस खबर को पढ़कर ब्रांड ट्विटर पर लिखा, "अली फज़ल एक शानदार व्यक्ति है और जबरदस्त अभिनेता है। फिल्म में सबसे बेहतरीन उनकी मूंछें थी।"
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इसी नाम से अगाथा क्रिस्टी की किताब पर आधारित, फिल्म केनेथ ब्रनघ की आखिरी फिल्म अगाथा क्रिस्टी की किताब पर आधारित - मर्डर ऑन द ओरिएंट एक्सप्रेस का एक्सटेंशन है। इस फिल्म में गैल गैडोट, एम्मा मैके, लेटिटिया राइट, एनेट बिंग के साथ केनेथ ब्रानघ ने हरक्यूल पोयरोट की भूमिका निभाई है।
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अंतरराष्ट्रीय भारतीय फिल्म समारोह में सत्यजीत रे को दी जायेगी श्रद्धांजलि
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- जनवरी 13, 2021 17:59
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अंतरराष्ट्रीय भारतीय फिल्म समारोह में सत्यजीत रे को श्रद्धांजलि दी जायेगी।इस समारोह के पैनोरमा खंड में तुषार हीरानंदानी की निर्देशित फिल्म ‘सांढ की आंख’ पहली फिल्म होगी। उसमें तापसू पन्नू और भूमि पेडनेकर ने अभिनय किया है। इस 51 वें फिल्म समारोह में विभिन्न खंडों में 224 फिल्में दिखायीं जाएंगी।
नयी दिल्ली। इक्यावनवें अंतरराष्ट्रीय भारतीय फिल्म समारोह (आईएफएफआई)में महान फिल्मकार सत्यजीत रे की पांच प्रमुख फिल्मों का प्रदर्शन करके उनके योगदान को याद किया जाएगा। हर वर्ष 20-28 नवंबर के दौरान गोवा में होने वाला यह समारोह पिछले साल कोरोना वायरस महामारी के चलते स्थगित कर दिया गया था जो अब 16-24 जनवरी के दौरान होगा। रे को श्रदांजलि के तौर पर इस समारोह में उनकी ‘पाथेर पांचाली’, ‘चारूलता, ‘सोनार केल्ला’ , पहली हिंदी फिल्म ‘शतरंज के खिलाड़ी’ और ‘घरे बैरे’ प्रदर्शित की जाएगी।
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इस समारोह के पैनोरमा खंड में तुषार हीरानंदानी की निर्देशित फिल्म ‘सांढ की आंख’ पहली फिल्म होगी। उसमें तापसू पन्नू और भूमि पेडनेकर ने अभिनय किया है। इस 51 वें फिल्म समारोह में विभिन्न खंडों में 224 फिल्में दिखायीं जाएंगी। यह समारोह कोरोना वायरस महामारी के चलते हाइब्रिड प्रारूप में होगा। इस साल बांग्लादेश मुख्य केंद्र देश हैं और वहां की चार फिल्में दिखायी जाएंगी।
Disclaimer:प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।भारत में जन्मे प्रसिद्ध पाकिस्तानी उर्दू शायर नसीर तुराबी का निधन
- प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क
- जनवरी 11, 2021 18:00
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भारत में जन्मे प्रसिद्ध पाकिस्तानी उर्दू शायर और लेखक नसीर तुराबी का दिल का दौरा पड़ने से कराची में निधन हो गया। वह 75 साल के थे। डॉन अखबार ने सोमवार को खबर प्रकाशित करते हुए जानकारी दी कि हैदराबाद डेक्कन में 15 जून, 1945 को जन्मे तुराबी के परिवार में पत्नी और दो बेटे हैं।
कराची। भारत में जन्मे प्रसिद्ध पाकिस्तानी उर्दू शायर और लेखक नसीर तुराबी का दिल का दौरा पड़ने से कराची में निधन हो गया। वह 75 साल के थे। डॉन अखबार ने सोमवार को खबर प्रकाशित करते हुए जानकारी दी कि हैदराबाद डेक्कन में 15 जून, 1945 को जन्मे तुराबी के परिवार में पत्नी और दो बेटे हैं।
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अखबार के मुताबिक रविवार शाम यहां दिल का दौरा पड़ने से उनका इंतकाल हो गया। तुराबी को सोमवार को वादी-ए-हुसैन कब्रिस्तान में सुपुर्दे खाक किया गया। उनके पिता अल्लामा रशीद तुराबी जानेमाने धार्मिक विद्वान थे जो 1947 में विभाजन के बाद पाकिस्तान आकर कराची में बस गये थे।
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नसीर तुराबी ने 1962 में कराची विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में एमए की डिग्री प्राप्त की थी। उनकी प्रसिद्ध रचनाओं में गजल ‘वो हमसफर था’ का नाम भी लिया जाता है जिसे बाद में 2011 में पाकिस्तानी धारावाहिक हमसफर के संगीत के तौर पर इस्तेमाल किया गया।
Disclaimer:प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।लेटेस्ट अपडेट
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