कतर विश्व कप 2022 में एशियाई टीमों से और उलटफेर की उम्मीदें
एशियाई टीमों के विश्व कप में प्रभाव डालने की उम्मीद नहीं थी लेकिन रिकार्ड अंक जुटाना और शीर्ष टीमों के खिलाफ कुछ शानदार प्रदर्शन ने कतर 2022 के लिये उनकी उम्मीदें बढ़ा दी हैं।
हांगकांग। एशियाई टीमों के विश्व कप में प्रभाव डालने की उम्मीद नहीं थी लेकिन रिकार्ड अंक जुटाना और शीर्ष टीमों के खिलाफ कुछ शानदार प्रदर्शन ने कतर 2022 के लिये उनकी उम्मीदें बढ़ा दी हैं। दक्षिण कोरिया ने ग्रुप मुकाबलों में गत चैम्पियन को 2-0 से मात दी और फिर अंतिम 16 में जापान को स्टार सुसज्जित बेल्जियम से 2-3 से हार मिली। ईरान की टीम भी क्रिस्टियानो रोनाल्डो की यूरोपीय खिताबधारी पुर्तगाल टीम को हराने के करीब पहुंच गयी थी जिससे लगता है कि छोटी टीमें भी खेल की शक्तिशाली टीमों के बीच को अंतर को कम कर रही हैं।
हालांकि एशियाई फुटबाल परिसंघ की कोई भी टीम क्वार्टरफाइनल नहीं पहुंची है। लेकिन जापान, दक्षिण कोरिया और ईरान की टीमें सर ऊंचा करके और कतर 2022 के लिये सकारात्मक उम्मीदों से रूस से रूखसत हुई। फोरफोरटू पत्रिका के एंडी जैक्सन ने एएफपी से कहा, ‘एएफसी देश इस साल के विश्व कप में प्रदर्शन से काफी उम्मीदें जगी हैं।’ उन्होंने कहा, ‘वे 2022 में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर सकते हैं जिसमें एफसी कतर में विश्व कप की मेजबानी करेगा और इसमें किसी बड़े उलटफेर की आशा है जैसे हमने रूस में देखा है।’
एएफसी टीमों ने रूस में 15 अंक जुटाये हैं जो उनका अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है जिससे उन्होंने अफ्रीकी टीमों जैसे मिस्र, मोरक्को, नाइजीरिया, ट्यूनीशिया और सेनेगल को पछाड़ दिया है जिन्होंने मिलाकर 11 अंक हासिल किये। वहीं एएफसी की एक अन्य टीम सऊदी अरब को टूर्नामेंट के शुरूआती मैच में रूस से 0-5 की हार मिली जिसके बाद टीम उबर नहीं सकी। यही हाल एशियाई चैम्पियन आस्ट्रेलिया का रहा जो इस विश्व कप को भुलाना ही चाहेगी।
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