अमेरिका के सबसे 'खतरनाक' आदमी ने दुनिया को कहा अलविदा, वियतनाम युद्ध में सरकार के धोखे का खुलासा कर मचाया था हड़कंप

daniel ellsberg
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अभिनय आकाश । Jun 17 2023 5:18PM

पेपर लीक के बाद उन्होंने अमेरिकी सरकार के धोखे का खुलासा किया था। अमेरिका ने उन्हें सबसे खतरनाक शख्स घोषित किया हुआ था। कैंसर से जूझते एल्सबर्ग ने केंसिग्टन, कैलिफोर्निया के अपने घर पर दम तोड़ा।

अमेरिका के सबसे खतरनाक आदमी ने दुनिया को अलविदा कह दिया है। 16 जून को 92 साल के डेनियल एल्सबर्ग का निशन हो गया। अमेरिकी सैन्य विश्लेषक जिसने साल 1971 में वियतनाम युद्ध के बाद पेंटागन पेपर्स को लीक कर तहलका मचा दिया था। इस पेपर लीक के बाद उन्होंने अमेरिकी सरकार के धोखे का खुलासा किया था। अमेरिका ने उन्हें सबसे खतरनाक शख्स घोषित किया हुआ था। कैंसर से जूझते एल्सबर्ग ने केंसिग्टन, कैलिफोर्निया के अपने घर पर दम तोड़ा। 

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पेंटागन पेपर्स के जरिए खुलासा

1965 में एल्सबर्ग को नागरिक शांति कार्यक्रमों का मूल्यांकन करने के लिए विदेश विभाग द्वारा वियतनाम भेजा गया था। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार डैनिएल अगले 18 महीनों तक जंगलों और गांवों में युद्ध गश्ती दल के साथ रहे। वियतनाम में अपने प्रवास के दौरान ही एल्सबर्ग को वियतनाम के खिलाफ अमेरिकी युद्ध की निरर्थकता का एहसास हुआ। अपनी 2003 की पुस्तक सीक्रेट्स: ए मेमॉयर ऑफ वियतनाम एंड द पेंटागन पेपर्स में उन्होंने कहा कि साइगॉन में ड्यूटी के दो साल के दौरे में उन्हें एहसास हुआ कि संयुक्त राज्य अमेरिका एक युद्ध में है, यह जीत नहीं पाएगा। पेंटागन के अधिकारी 1945 से 1967 तक वियतनाम में अमेरिका के शामिल होने से जुड़ी घटनाओं को कवर करने वाली 7000 पन्नों की रिपोर्ट एक साथ रख रहे थे। देश भर में चल रहे युद्ध-विरोधी आंदोलन से प्रेरित होकर, एल्सबर्ग ने खुले तौर पर संघर्ष का विरोध करना शुरू कर दिया और बाद में रैंड से इस्तीफा दे दिया, जहां उन्होंने वियतनाम से लौटने के बाद फिर से काम करना शुरू कर दिया था। इसके बाद उन्होंने अपने रैंड सहयोगी एंथोनी जे रुसो जूनियर से संपर्क किया और साथ में उन्होंने 47-वॉल्यूम पेंटागन पेपर्स की फोटोकॉपी करने का फैसला किया। इसके बाद एल्सबर्ग ने न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुभवी रिपोर्टर नील शीहान से संपर्क किया, जिनसे वह पहली बार वियतनाम की अपनी यात्रा के दौरान मिले थे। द टाइम्स ने 13 जून, 1971 को 'पेंटागन पेपर्स' की पहली किस्‍त जारी की। 

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दक्षिण वियतनामी नेता को उखाड़ फेंकने के लिए तख्तापलट की योजना

पेंटागन पेपर्स के अनुसार अमेरिकी अधिकारियों ने ये निष्कर्ष निकाला था कि अमेरिका शायद वियतनाम युद्ध जीत नहीं सकता है। उनकी मानें तो राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी ने दक्षिण वियतनामी नेता को उखाड़ फेंकने के लिए तख्तापलट की योजना को मंजूरी दी थी। हेनरी किसिंजर जो उस वक्त राष्ट्रपति के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार थे, उन्होेने एल्सबर्ग को अमेरिका का सबसे खतरनाक आदमी करार दिया था। 

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