Pakistan में बढ़ते खाद्य संकट के बीच PoK में सरकार विरोधी प्रदर्शन हुए तेज, भारत के साथ जुड़ने की माँग कर रहे लोग

Pakistan economic crisis
Prabhasakshi
गौतम मोरारका । Jan 17 2023 2:34PM

भोजन की कमी और बढ़ती महंगाई पर हफ्तों के गुस्से ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के हालात को और खराब कर दिया है। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में इस समय आंदोलन उग्र हो गये हैं और लोग पाकिस्तान सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मांग कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के बारे में जो कहा था वो सच साबित हुआ। सर्जिकल और एयर स्ट्राइक से पाकिस्तान की सारी हेकड़ी निकालने वाले प्रधानमंत्री मोदी के बारे में जनता को विश्वास है कि वह एक दिन पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को वापस लेकर आयेंगे। जनता देख चुकी है कि मोदी है तो मुमकिन है यह कोई महज चुनावी नारा नहीं बल्कि हकीकत बन चुका है। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर इस समय इसलिए चर्चा में है क्योंकि वहां जिस तरह से जनता भारत के साथ जुड़ने को आतुर हो रही है उससे भारत का काम आसान हो सकता है।

हम आपको बता दें कि भोजन की कमी और बढ़ती महंगाई पर हफ्तों के गुस्से ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के हालात को और खराब कर दिया है। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में इस समय आंदोलन उग्र हो गये हैं और लोग पाकिस्तान सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मांग कर रहे हैं कि इस क्षेत्र को भारत को सौंप दिया जाये। गिलगित बाल्टिस्तान क्षेत्र में भी बड़े पैमाने पर सरकार विरोधी प्रदर्शनों ने उग्र रूप ले लिया है। पीओके के लगभग सभी हिस्सों में लोगों ने सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी व्यक्त करने के लिए राजमार्गों को अवरुद्ध कर दिया और टायर जलाए। पीओके में प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि हम सड़कों पर इसलिए हैं क्योंकि आटा नहीं है, भोजन नहीं है। लोगों का कहना है कि गेहूं की कीमत आसमान छू रही है और सरकारी राशन की दुकानें बंद कर दी गयी हैं। स्थानीय जनता का कहना है कि पीओके के लोग भारत के साथ आने को तैयार हैं। देखा जाये तो इस समय पूरा पाकिस्तान खाद्य संकट से जूझ रहा है लेकिन पीओके और गिलगित बाल्टिस्तान के लोगों की मुश्किलें सबसे ज्यादा बढ़ी हुई हैं क्योंकि इन क्षेत्रों के लोगों के साथ पाकिस्तान सरकार की ओर से पहले से ही भेदभाव किया जाता रहा है और इस संकट के समय इन्हें भूखा मरने के लिए छोड़ दिया गया है। पीओके के सामाजिक कार्यकर्ता अमजद अयूब मिर्जा का कहना है कि इस क्षेत्र के वकील, नागरिक समाज के लोगों, छात्रों और महिलाओं का गुस्सा जिस तरह बढ़ रहा है और उनके मन में भारत के प्रति प्रेम जिस तरह बढ़ रहा है उसको देखते हुए पीओके जल्द ही पाकिस्तान के हाथ से निकल सकता है।

इसे भी पढ़ें: कटोरा लेकर भीख मांगने के लिए किया मजबूर, पाकिस्तान में क्यों वायरल हो रहा है PM मोदी का वीडियो

हम आपको यह भी बता दें कि इस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक भाषण का क्लिप पाकिस्तान में खूब वायरल हो रहा है। इस क्लिप में मोदी को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि मैं पाकिस्तान की सारी हेकड़ी निकाल दूँगा और उसे कटोरा लेकर भीख मांगने पर मजबूर कर दूँगा। देखा जाये तो मोदी की यह बात एकदम सही साबित हो गयी है। पाकिस्तान दुनिया भर में कटोरा लेकर भीख मांग रहा है और उसकी हेकड़ी ऐसी निकली है कि वहां के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ अब कह रहे हैं कि हम शांति के साथ रहने को तैयार हैं और भारत के साथ अच्छे संबंध चाहते हैं।

शहबाज शरीफ ने कहा है कि पाकिस्तान सबक सीख चुका है और अब वह शांति से रहना चाहता है। एक साक्षात्कार में शहबाज शरीफ ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हर समस्या पर बातचीत के लिए तैयार होने की बात भी कही है। शाहबाज शरीफ ने कहा है कि मैं भारतीय नेतृत्व और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करता हूं कि हमें बातचीत की मेज पर बैठकर हर मुद्दे को हल करने का प्रयास करना चाहिए। शहबाज शरीफ ने कहा है कि हम पड़ोसी हैं। यह हमारे ऊपर है कि हम शांति से रहें। प्रगति करें या फिर एक दूसरे से लड़ाई करें और समय तथा संसाधनों को बर्बाद करें। शहबाज शरीफ ने साक्षात्कार में कहा है कि हम भारत के साथ तीन युद्ध लड़ चुके हैं और यह हर बार और कंगाली, गरीबी और लोगों के लिए बेरोजगारी लाया है। उन्होंने कहा कि हम अपना सबक सीख चुके हैं और अब शांति से रहना चाहते हैं। लेकिन शहबाज शरीफ ने बातचीत का प्रस्ताव रखते-रखते कश्मीर का राग फिर अलापा और कहा कि वहां अत्याचार बंद होने चाहिए। इस बयान को सुनकर कहा जा सकता है कि पाकिस्तान की रस्सी जल गयी पर बल नहीं गया है।

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