ताइपे में पहुंची बाइडेन की डिफेंस टीम, नाराज चीन ने US को दे डाली चेतावनी, ताइवान का साथ देने पर भुगतने होंगे परिणाम

चीन ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा है कि वो ताइवान की स्वतंत्रता के लिए समर्थन दिखाने के प्रयासों की उसे 'भारी कीमत' चुकानी पड़ेगी। दरअसल अमेरिका ने अपने रक्षा अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल ताइवान भेजा है।
यूक्रेन और रूस के बीच छिड़े युद्ध के बीच दुनिया तीसरे विश्व युद्ध की आशंकाओं से घिरी हुई है। वहीं दुनिया दो ध्रुवों में बंटती नजर आ रही है। इसके साथ ही अब चीन ने भी अमेरिका को आंखें दिखानी शुरू कर दी है। चीन ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा है कि वो ताइवान की स्वतंत्रता के लिए समर्थन दिखाने के प्रयासों की उसे "भारी कीमत" चुकानी पड़ेगी। दरअसल अमेरिका ने अपने रक्षा अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल ताइवान भेजा है। खास बात ये है कि अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का ताइवान दौरा ऐसे समय हो रहा है, जब रूस ने यूक्रेन पर हमला बोल दिया है।
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अमेरिकी अधिकारियों की ताइवान यात्रा को लेकर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा है कि चीनी लोग राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए दृढ़ हैं। अमेरिका द्वारा ताइवान को समर्थन दिखाने का प्रयास व्यर्थ होगा चाहे उसने किसी को भी भेजा हो। चीन अमेरिका से एक-चीन सिद्धांत का पालन करने की अपील करता है।
ताइवान पहुंचे अमेरिका के पूर्व शीर्ष रक्षा अधिकारी
बता दें कि अमेरिका के पूर्व रक्षा अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल ताइवान पहुंचा, जो यहां चीन का खतरा बढ़ने की आशंका के बीच दोनों पक्षों के बीच संवाद को तेज करने का संकेत है। ‘ज्वाइंट चीफ्ट ऑफ स्टाफ’ के पूर्व अध्यक्ष माइकल मुलेन पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। यह प्रतिनिमंडल दो दिन के दौरे के दौरान ताइवान के राष्ट्रपति साई इंग वेन और अन्य अधिकारियों से मुलाकात करेगा। हवाई अड्डे पर मुलेन और प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों की आगवानी विदेश मंत्री जोसेफ वू ने की।
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