पैंगोग झील के दक्षिण में SFF पड़े थे PLA पर भारी, अब मिलिशिया फोर्स में तिब्बतियों की भर्ती जरूरी कर चीन कर रहा ये तैयारी
तिब्बत के इलाके में रहने वाले लोगों में हर घर से 18 से 40 साल के बीच की उम्र के एक शख्स को चीनी मिलिशिया में शामिल होना जरूरी है। जानकारी के अनुसार चीन की तरफ से कहा गया है कि चुंबी वैली के हर घर से एक पुरुष सदस्य को चीनी मिलिशिया में शामिल होना ही होगा।
अब भारतीय सीमा के पास चीन एक बड़ी तैयारी कर रहा है। जिसके तहत तिब्बत के लोगों को चीन की सेना में जबरन भर्ती कर रहा है। हर परिवार से एक शख्स की मिलिशिया फोर्स में भर्ती जरूरी है। जानकारी के मुताबिक अब तक करीब 400 तिब्बती चीनी मिलिशिया में भर्ती हो गए हैं। चीन की नागरिक सेना का नाम मिलिशिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तिब्बत के इलाके में रहने वाले लोगों में हर घर से 18 से 40 साल के बीच की उम्र के एक शख्स को चीनी मिलिशिया में शामिल होना जरूरी है। जानकारी के अनुसार चीन की तरफ से कहा गया है कि चुंबी वैली के हर घर से एक पुरुष सदस्य को चीनी मिलिशिया में शामिल होना ही होगा। इन्हें ल्हासा के पास चीनी सेना के ट्रेनिंग कैंप में प्रशिक्षित किया जाएगा। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अभी तक 100-100 तिब्बतियों के दो बैचों को ट्रेनिंग देकर तैनात किया भी जा चुका है।
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पैंगोग झील के दक्षिण में मिली थी हार
बता दें कि तिब्बतियों की जबरन भर्ती के पीछे चीनी सेना का मकसद खुद को मजबूत करना है। दरअसल चीनी सैनिक तिब्बत की विषम भौगोलिक परिस्थितियों में टिक नहीं पाते। आपको याद होगा मई में जब चीन फिंगर फोर की तरफ आ गया तो यहीं से झगड़ा शुरू हुआ। ये तो पेंगोंग झील के उत्तर के झगड़े की बात हुई लेकिन झील के दक्षिण इलाके मं भी कुछ हो रहा था। पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे के पास ही चुशूल है। वहीं से थोड़ी दूर पर रेजांग ला (पास) है। भारतीय सेना के बयान के अनुसार, पैंगोंग त्सो एरिया में 29/30 अगस्त की दरम्यानी रात को पीएलए के सैन्य दलों ने उस सहमति का उल्लंघन किया जो पूर्वी लद्दाख में जारी तनाव के दौरान सैन्य एवं कूटनीतिक बातचीत के दौरान बनी थी। सेना अलर्ट पर थी इसलिए चीन की ये कोशिश कामयाब नहीं हो पाई। जिसके बाद चीन तो जैसे बौखला सा गया कई बयान भी दिए कि भारत तो हमारे इलाके में घुस गया, पहले की सहमतियों और करार भी तोड़ दिया गया। फिर ये चर्चा चल पड़ी की क्या सच में भारत ने चीन पर कोई बड़ी कार्रवाई की इसपर हालांकि भारतीय सेना का कोई आधिकारिक बयान तो नहीं आया। लेकिन खबरों के अनुसार भारतीय सेना ने रणनीतिक इतिहास से सबसे अहम ऊंची चोटियां अपने कब्जे में ले लिया था। ये सब हुआ चुशूल सेक्टर में जहां रेजांग ला, रेजिंग ला और ब्लैक टाॅप है। भारत की खुफिया यूनिट स्पेशल फंक्रियर फोर्स के जवानों ने चाइनीज पीएलए को उस वक्त करारी शिक्सत दी थी। जिससे सबक लेते हुए चीन की ओर से ये कदम उठाया जा रहा है।
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