Sri Lanka के जाफना और तमिलनाडु के Nagapattinam के बीच नौका सेवा फिर से शुरू होगी

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लगभग 40 वर्षों के बाद पिछले साल अक्टूबर में शुरू की गई यह सेवा खराब मौसम के कारण कुछ दिनों बाद ही बंद कर दी गई थी। उच्चायोग ने एक बयान में कहा, ‘‘जुलाई 2023 में श्रीलंका के राष्ट्रपति की भारत यात्रा के दौरान संयुक्त रूप से अपनाए गए आर्थिक साझेदारी के दृष्टिकोण में भारत और श्रीलंका के बीच समुद्री संपर्क को मजबूत करना एक महत्वपूर्ण हिस्सा था।

कोलंबो। भारत में तमिलनाडु के नागप्पट्टिनम और श्रीलंका के उत्तरी प्रांत जाफना जिले के कांकेसंथुराई (केकेएस) शहर के बीच यात्रियों के लिए नौका सेवा 13 मई से फिर से शुरू होने जा रही है। भारतीय उच्चायोग ने सोमवार को यह जानकारी दी। लगभग 40 वर्षों के बाद पिछले साल अक्टूबर में शुरू की गई यह सेवा खराब मौसम के कारण कुछ दिनों बाद ही बंद कर दी गई थी। उच्चायोग ने एक बयान में कहा, ‘‘जुलाई 2023 में श्रीलंका के राष्ट्रपति की भारत यात्रा के दौरान संयुक्त रूप से अपनाए गए आर्थिक साझेदारी के दृष्टिकोण में भारत और श्रीलंका के बीच समुद्री संपर्क को मजबूत करना एक महत्वपूर्ण हिस्सा था। नौका सेवा की बहाली भारत सरकार की जनकेंद्रित नीतियों की पुष्टि करती है।’’ 

बयान में कहा गया कि श्रीलंका के साथ भारत की भविष्य की योजनाओं में बिजली ग्रिड को आपस में जोड़ना, बहुउद्देशीय पाइपलाइन और भू-संपर्क के लिए आर्थिक गलियारा स्थापित करना शामिल हैं। भारत ने उत्तरी प्रांत में कांकेसंथुराई बंदरगाह के पुनर्वास के लिए श्रीलंका को 6.36 करोड़ अमेरिकी डॉलर की अनुदान सहायता भी बढ़ा दी है। बयान में कहा, ‘‘यह कदम श्रीलंका के आर्थिक सुधार और प्रगति एवं समृद्धि की दिशा में भारत की मजबूत प्रतिबद्धता के साथ-साथ घनिष्ठ सहयोग को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।’’ 

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श्रीलंका के उत्तरी क्षेत्र में स्थित कांकेसंथुराई (केकेएस) बंदरगाह करीब 16 एकड़ में फैला हुआ है और यह पुदुचेरी के कराईकल बंदरगाह से 104 किलोमीटर दूर है। तमिलनाडु में नागप्पट्टिनम को कांकेसंथुराई बंदरगाह से जोड़ने वाली सीधी नौका सेवा लगभग साढ़े तीन घंटे में 111 किलोमीटर (60 समुद्री मील) की दूरी तय करती है। नौका सेवा का संचालन ‘इंदश्री फेरी सर्विसेज’ नाम की निजी कंपनी द्वारा किया जाता है। इस कंपनी का चयन श्रीलंका सरकार (जीओएसएल) के परामर्श से भारतीय नौवहन निगम लिमिटेड (एससीआई) ने किया था।

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