इमरान खान ने अफगान शरणार्थियों को पाकिस्तान में बैंक खाते खोलने की दी इजाजत
पाकिस्तान उनकी देश वापसी के लिये यूएनएचसीआर के साथ काम कर रहा है लेकिन उन्हें फिर से बसाने की योजना धीमी है क्योंकि शरणार्थी सुरक्षा कारणों से अपने देश वापस नहीं चाहते हैं।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने सोमवार को अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे वैध रूप से पंजीकृत अफगान शरणार्थियों को बैंक खाते खोलने की इजाजत दें ताकि वे भी देश की औपचारिक अर्थव्यवस्था का हिस्सा बनें। पाकिस्तान में करीब 30 लाख अफगान शरणार्थी रह रहे हैं। उनमें से आधे के करीब अफगानों का नाम पंजीकृत शरणार्थी के तौर पर दर्ज है। उन्हें देश में रहने और काम करने की इजाजत है। अन्य गैर पंजीकृत शरणार्थियों को अवैध विदेशी माना जाता है।
I have issued instructions today that Afghan refugees who are registered can open bank accounts and from now onwards they can participate in the formal economy of the country . This should have been done a long time ago.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) February 25, 2019
खान ने ट्वीट किया, ‘‘मैंने आज यह निर्देश जारी किया है कि पंजीकृत अफगान शरणार्थी बैंक खाते खोल सकते हैं और अब से वे देश की औपचारिक अर्थव्यवस्था में भागीदार बन सकते हैं।’’उन्होंने कहा कि इसे बहुत पहले किया जाना चाहिए था।उल्लेखनीय है कि 1980 के दशक में अफगानिस्तान पर सोवियत आक्रमण के बाद अधिकतर अफगान शरणार्थी पलायन कर पाकिस्तान आ गये थे।
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पाकिस्तान उनकी देश वापसी के लिये यूएनएचसीआर के साथ काम कर रहा है लेकिन उन्हें फिर से बसाने की योजना धीमी है क्योंकि शरणार्थी सुरक्षा कारणों से अपने देश वापस नहीं चाहते हैं। पिछले साल सत्ता में आने के बाद खान ने इन शरणार्थियों को नागरिकता प्रदान करने के बारे में चर्चा शुरू की थी।
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