इमरान ने राहत के लिए उच्चतम न्यायालय की ओर देखने पर विपक्षी दलों पर साधा निशाना

Imran Khan

खान ने कहा, ‘‘(विपक्षी) नेताओं के राजद्रोह के खिलाफ रात की नमाज के बाद शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।’’ खान ने नेशनल असेंबली के उपाध्यक्ष कासिम सूरी द्वारा अविश्वास प्रस्ताव को खारिज करने के फैसले का बचाव करते हुए कहा कि यह एक विदेशी साजिश पर आधारित था।

इस्लामाबाद|  पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने चुनाव की तैयारी करने के बजाय राहत के लिए उच्चतम न्यायालय की ओर देखने पर सोमवार को विपक्षी दलों पर निशाना साधा।

रविवार को, नेशनल असेंबली के उपाध्यक्ष कासिम सूरी ने प्रधानमंत्री खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया था। उसके बाद राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने खान की सिफारिश पर निचले सदन को भंग कर दिया था।

पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय ने सोमवार को मामले की सुनवाई स्थगित कर दी। खान सोमवार को इस्लामाबाद में एक कार्यक्रम ‘‘आप का वज़ीर-ए-आजम, आपके साथ’’ में शामिल हुए जिसका सीधा प्रसारण किया गया। इस कार्यक्रम में खान ने आम लोगों के सवालों के जवाब दिए।

उन्होंने कहा, ‘‘विपक्षी दल जनता की प्रतिक्रिया से डरते हैं और चुनाव से बचते हैं जिसकी वे मांग कर रहे थे।’’ लोगों से संपर्क बढ़ाने के लिए उन्होंने राजधानी के रेड जोन के ठीक बाहर डी-चौक पर अपने समर्थकों द्वारा आयोजित एक विरोध प्रदर्शन में भाग लेने की घोषणा की।

खान ने कहा, ‘‘(विपक्षी) नेताओं के राजद्रोह के खिलाफ रात की नमाज के बाद शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।’’ खान ने नेशनल असेंबली के उपाध्यक्ष कासिम सूरी द्वारा अविश्वास प्रस्ताव को खारिज करने के फैसले का बचाव करते हुए कहा कि यह एक विदेशी साजिश पर आधारित था।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं चाहता हूं कि यह चलन समाप्त हो जाए कि जिस किसी के पास 20 अरब रुपये हैं वह व्यक्ति सरकार गिरा सकता है। यह अस्वीकार्य है और लोकतंत्र को बदनाम करने के समान है।’’

उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वह लाहौर में प्रांतीय जनप्रतिनिधियों की निष्ठा खरीदने के लिए पैसे का इस्तेमाल कर रहा है, जहां विधानसभा इस सप्ताह एक नए मुख्यमंत्री का चुनाव करेगी। नए चुनावों के बारे में बात करते हुए, खान ने कहा कि वह सभी उम्मीदवारों का साक्षात्कार लेंगे जो उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ का टिकट चाहते हैं। उन्होंने एक सवाल के जवाब में किसी देश के खिलाफ होने की धारणा को खारिज किया।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं किसी देश के खिलाफ नहीं हूं। मैं भारत विरोधी या अमेरिका विरोधी नहीं हूं। लेकिन हम नीतियों के खिलाफ हो सकते हैं। मैं उनसे दोस्ती चाहता हूं और सम्मान होना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि सिर्फ कर्ज में डूबे रहने के कारण एक राष्ट्र को कभी भी किसी देश का गुलाम नहीं बनना चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे में, मौत गुलामी से बेहतर है।’’ खान ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी चुनाव जीतेगी।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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