भारत ने अफगानिस्तान को मानवीय सहायता उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता को दोहराया

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जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र के लिए भारत के स्थायी प्रतिनिधि इंद्रमणि पांडे ने कहा, अफगानिस्तान के प्रति भारत का दृष्टिकोण हमेशा इस देश के लोगों के साथ ऐतिहासिक मित्रता पर केंद्रित रहा है। हम अफगानिस्तान के लोगों को मानवीय सहायता प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता पर दृढ़ हैं।

संयुक्त राष्ट्र/जिनेवा|  भारत ने सोमवार को कहा कि वह अफगानिस्तान के लोगों को आवश्यक मानवीय सहायता उपलब्ध कराने की दिशा में हितधारकों के साथ समन्वय करना जारी रखेगा।अफगानिस्तान को गेहूं की खेप भेजे जाने के कुछ दिनों बाद भारत ने यह प्रतिबद्धता जताई है।

जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र के लिए भारत के स्थायी प्रतिनिधि इंद्रमणि पांडे ने कहा, अफगानिस्तान के प्रति भारत का दृष्टिकोण हमेशा इस देश के लोगों के साथ ऐतिहासिक मित्रता पर केंद्रित रहा है। हम अफगानिस्तान के लोगों को मानवीय सहायता प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता पर दृढ़ हैं।

पांडे मानवाधिकार परिषद के 49वें सत्र के दौरान अफगानिस्तान में मानवाधिकारों के संरक्षण को और मजबूत करने संबंधी संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त की रिपोर्ट पर आयोजित चर्चा को संबोधित कर रहे थे।

पांडे ने कहा कि मानवीय सहायता के प्रयास के तहत भारत पहले ही अफगान लोगों के लिए 4000 मीट्रिक टन गेहूं, कोविड-रोधी टीके की करीब पांच लाख खुराकें, 13 टन आवश्यक जीवन रक्षक दवाएं और सर्दियों के कपड़ों की आपूर्ति कर चुका है।

उन्होंने कहा कि ये खेप संयुक्त राष्ट्र की विशेष एजेंसियों -विश्व स्वास्थ्य संगठन और विश्व खाद्य कार्यक्रम- को सौंपी गईं।

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