गोवा में जी20 कार्यक्रमों के दौरान भारत, अमेरिका के बीच पर्यटन को लेकर द्विपक्षीय बैठक होगी

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केंद्रीय पर्यटन सचिव वी विद्यावती ने यहां संवाददाताओं से कहा कि गोवा में हो रही जी20 की चौथी और आखिरी पर्यटन कार्यसमूह (टीडब्ल्यूजी) की बैठक अब तक हुई पर्यटन बैठकों का ‘उत्तम भव्य समापन’ है।

 गोवा में जी20 कार्यक्रमों के दौरान भारत और अमेरिका की द्विपक्षीय बैठक होगी, जिस दौरान दोनों पक्ष पर्यटन क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने का प्रयास करेंगे। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। यह द्विपक्षीय बैठक ऐसे समय आयोजित की जा रही, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजकीय यात्रा पर अमेरिका जा रहे हैं। पर्यटन मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी यहां प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि जी20 पर्यटन कार्यसमूह (टीडब्ल्यूजी) की बैठक के लिए अब तक लगभग 75 प्रतिनिधियों ने पंजीकरण कराया है और जी20 पर्यटन मंत्रिस्तरीय बैठक के लिए लगभग 150 प्रतिनिधियों ने पंजीकरण कराया है, जो यहां 19-22 जून तक आयोजित होने वाली है। यह पूछे जाने पर कि क्या रूस और चीन सहित ब्रिक्स देशों ने पंजीकरण कराया है, उन्होंने कहा, ‘‘रूस ने पंजीकरण कराया है, लेकिन चीन ने अब तक पंजीकरण नहीं कराया है।’’अभी यह तत्काल पता नहीं चल पाया है कि चीन, गोवा में होने वाले दो प्रमुख कार्यक्रमों में शामिल होगा या नहीं।

चीन ने मई में श्रीनगर में आयोजित टीडब्ल्यूजी की तीसरी बैठक में भाग नहीं लिया था। यह पूछे जाने पर कि क्या यहां जी20 कार्यक्रमों के दौरान अमेरिका और भारत के प्रतिनिधि द्विपक्षीय बैठक करेंगे, पर्यटन मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव राकेश वर्मा ने कहा, ‘‘अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल भारत के साथ द्विपक्षीय बैठक करेगा।’’ अधिकारियों ने कहा कि द्विपक्षीय बैठक 21 जून को होने की उम्मीद है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और उनकी पत्नी जिल बाइडन के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री मोदी 21-24 जून तक अमेरिका की यात्रा करने वाले हैं। केंद्रीय पर्यटन सचिव वी विद्यावती ने यहां संवाददाताओं से कहा कि गोवा में हो रही जी20 की चौथी और आखिरी पर्यटन कार्यसमूह (टीडब्ल्यूजी) की बैठक अब तक हुई पर्यटन बैठकों का ‘उत्तम भव्य समापन’ है।उन्होंने कहा, ‘‘यह गोवा में सबसे अच्छे स्थानों में से एक में हो रहा है, जो सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक सुंदरता से समृद्ध है। टीडब्ल्यूजी के अलावा अन्य कार्यक्रम भी होंगे और दोनों बैठकों के अंत में, पर्यटन के लिए गोवा रूपरेखा और सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) हासिल करने के लिए पर्यटन कार्य योजना सामने आएगी।’’

विद्यावती ने कहा कि टीडब्ल्यूजी द्वारा सफल विचार-विमर्श आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा, सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करेगा और सतत विकास को बढ़ावा देगा। भारत के जी20 ‘टूरिज्म ट्रैक’ के तहत, टीडब्ल्यूजी आपस में जुड़े पांच प्राथमिकता वाले क्षेत्रों- हरित पर्यटन, डिजिटलीकरण, कौशल, पर्यटन एमएसएमई (लघु, कुटीर एवं मध्यम उपक्रम) और गंतव्य पर काम कर रहा है। ये प्राथमिकताएं पर्यटन क्षेत्र के परिवर्तन में तेजी लाने और 2030 एसडीजी के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रमुख हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा, एक मंत्रिस्तरीय विज्ञप्ति होगी जो पर्यटन कार्य समूह और अन्य विचार-विमर्श के अंत में जारी की जाएगी जो गोवा रूपरेखा की प्रतिपुष्टि करेगी। अधिकारियों ने कहा कि चौथे टीडब्ल्यूजी और जी20 पर्यटन मंत्रिस्तरीय बैठक में भाग लेने के लिए प्रतिनिधि शनिवार से गोवा पहुंचने लगे हैं। उन्होंने कहा कि टीडब्ल्यूजी बैठक का उद्देश्य वैश्विक पर्यटन चुनौतियों और अवसरों पर चर्चा करना और उनका समाधान करना है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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