Kishida ने Ukraine की मदद कर रहे पौलैंड को सहायता मुहैया करने का किया वादा

जापान के प्रधानमंत्री ने बुधवार को पोलैंड को विकास सहायता प्रदान करने का वादा किया ताकि यूरोपीय देश पड़ोसी यूक्रेन की रूस के हमलों से बचाव के लिए मदद कर सके। पोलैंड के प्रधानमंत्री मैटिअस्ज मोराविएकी ने वारसॉ में जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा की मेजबानी की। एक दिन पहले ही किशिदा ने कीव की औचक यात्रा की थी और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की से मुलाकात की थी। किशिदा ने कहा कि ‘‘यूक्रेन पर लंबे समय से जारी हमले के कारण पोलैंड पर बढ़ते बोझ को ध्यान में रखते हुए’’ जापान पोलैंड की उसकी भूमिका का समर्थन करने के लिए सहायता करेगा और परियोजनाओं के ‘‘तेजी से निर्माण’’ के बारे में विचार कर रहा है।
उन्होंने कहा कि जापान आमतौर पर विकासशील देशों को वादा की गई सहायता प्रदान करता है, जो पोलैंड अब नहीं है, लेकिन जापानी सरकार ऐसा एक विशेष अपवाद के तौर पर कर रही है। किशिदा ने कहा कि जापान और पोलैंड जैसे समान विचारधारा वाले देशों के लिए यूक्रेन के समर्थन में और रूस के खिलाफ प्रतिबंधों को आगे बढ़ाने के लिए एकजुट रहना महत्वपूर्ण है।
किशिदा के साथ एक संयुक्त समाचार सम्मेलन के दौरान, मोराविएकी ने कहा कि ऐसे समय जब एक नयी भू-राजनीतिक व्यवस्था उभर रही है, दोनों देश रूस के साम्राज्यवाद से विश्व शांति के लिए उत्पन्न होने वाले खतरे को समझते हैं। तेरह महीने पहले शुरू हुए युद्ध के दौरान पोलैंड ने यूक्रेन को सैन्य, मानवीय और राजनीतिक समर्थन दिया है। किशिदा मई में जी7 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता करने की तैयारी में हैं। उन्होंने कहा कि जापान पोलैंड के साथ निरंतर सहयोग और यूक्रेन के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन की आवश्यकता पर जोर देगा।
मोराविएकी के साथ बातचीत 30 मिनट के निर्धारित समय से लंबी चली। इसके बाद किशिदा ने यह भी कहा कि जापान मध्य और पूर्वी यूरोप में क्षेत्रीय गठबंधनों के साथ घनिष्ठ संबंध बनाने में रुचि रखता है, जैसे कि नाटो के नौ पूर्वी सदस्य देशों-पोलैंड, चेक गणराज्य, स्लोवाकिया और हंगरी और तीन समुद्री आर्थिक पहल में हिस्सा लेने वाले देश। बाद में किशिदा ने पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा से भी मुलाकात की। किशिदा ने मंगलवार को यूक्रेन का दौरा किया, जबकि चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने मास्को में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत की। दोनों यात्राओं ये यह पता चलता है कि कैसे विभिन्न देश मास्को या कीव के पीछे लामबंद हो रहे हैं। मोराविएकी ने कहा कि चीन के नेता की मॉस्को यात्रा ने चिंता बढ़ा दी है।
अन्य न्यूज़