12 साल तक रहे फ्रांस के राष्ट्रपति जैक शिराक को दी गई अंतिम श्रद्धांजलि
‘इनवेलिडेस’ मेमोरियल परिसर में ‘सेंट लुइस देस इनवेलिडेस कैथेड्रल’ में उनके ताबूत के पास प्रार्थना का आयोजन किया गया। इस दौरान उनकी बेटी क्लाउडे समेत उनके परिवार के लोग मौजूद थे। हालांकि उनकी पत्नी बेर्नाडेटे (86) इसमें शामिल नहीं हो पाईं। प्रार्थना के बाद आम लोगों को पार्थिव शरीर के पास जाने की अनुमति दे दी गई।
पेरिस। समय तक फ्रांस के राष्ट्रपति रहे और घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय राजनीति के करिश्माई दिग्गज माने जाने वाले जैक शिराक को यहां हजारों लोगों ने अंतिम श्रद्धांजलि दी। 12 साल तक फ्रांस के राष्ट्रपति रहे जैक शिराक का 86 साल की उम्र में बृहस्पतिवार को निधन हो गया था। उनके निधन पर सोमवार को राष्ट्रीय शोक मनाया जाएगा। इससे एक दिन पहले रविवार को ‘इनवेलिडेस’ परिसर में उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए बड़ी संख्या में लोग पंक्तिबद्ध खड़े रहे।
इसे भी पढ़ें: कश्मीर मुद्दा: अब फ्रांस की शरण में पाक, इमरान खान ने मैक्रों से फोन पर की बात
‘इनवेलिडेस’ मेमोरियल परिसर में ‘सेंट लुइस देस इनवेलिडेस कैथेड्रल’ में उनके ताबूत के पास प्रार्थना का आयोजन किया गया। इस दौरान उनकी बेटी क्लाउडे समेत उनके परिवार के लोग मौजूद थे। हालांकि उनकी पत्नी बेर्नाडेटे (86) इसमें शामिल नहीं हो पाईं। प्रार्थना के बाद आम लोगों को पार्थिव शरीर के पास जाने की अनुमति दे दी गई। शिराक की पार्थिव देह को सोमवार को अंतरराष्ट्रीय समयानुसार सुबह नौ बजे पेरिस की गलियों से होकर सेंट सुलपाइस गिरजाघर ले जाया जाएगा जहां अंतिम बार प्रार्थना की जाएगी। इस दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों भी होंगे।
इसे भी पढ़ें: अमेजन वर्षावन आग: ब्राजील ने ठुकराई जी-7 की मदद, मैक्रों पर साधा निशाना
राष्ट्रपति भवन ‘एलिसी’ ने कहा कि इस दौरान 30 से अधिक देशों और सरकारों के प्रमुख और फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति भी भाग लेंगे। शिराक 1995 से 2007 तक फ्रांस के राष्ट्रपति रहे। वह राष्ट्रपति बनने से पहले करीब दो दशक तक पेरिस के मेयर भी रहे थे। शिराक के निधन पर कई देशों के शीर्ष नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।
इसे भी पढ़ें: फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों से मिले ईरान के विदेश मंत्री, कहा- आगे का रास्ता है कठिन
अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने भी शिराक के निधन पर शोक व्यक्त किया। पोम्पिओ ने एक बयान में कहा कि पूर्व राष्ट्रपति शिराक ने अपना जीवन जनसेवा में लगा दिया। उन्होंने उन मूल्यों और आदर्शों को बरकरार रखने के लिए अथक परिश्रम किया, जो हम फ्रांस के साथ साझा करते हैं।
अन्य न्यूज़