पश्चिमी अफगानिस्तान में 6.3 तीव्रता के एक और भूकंप से कई घर जमींदोज, 80 लोग घायल

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तालिबान ने बताया कि 20 गांव में कम से कम दो हजार मकान तबाह हो गए हैं। भूकंप प्रभावित क्षेत्र में बस एक सरकारी अस्पताल है। सहायता समूह ‘डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स’ ने कहा कि बुधवार को आए भूकंप के कारण घायल होने के बाद हेरात क्षेत्रीय अस्पताल में पहुंचने वालों की संख्या 117 है। संयुक्त राष्ट्र के उप प्रवक्ता फरहान हक ने मंगलवार को कहा था कि जिंदा जन भूकंप से सर्वाधिक प्रभावित हुआ, जहां 1,300 लोग मारे गए हैं और कम से कम 500 लोग लापता हैं।

अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में गत शनिवार को 2000 से अधिक लोगों की जान लेने और कई गांवों को खंडहर में तब्दील कर देने वाले शक्तिशाली भूकंप से मची तबाही से अभी लोग उबर भी नहीं पाए थे कि बुधवार की सुबह देश के इसी पश्चिमी हिस्से में एक बार फिर उतने ही शक्तिशाली भूकंप (6.3 तीव्रता) के झटकों से कई मकान जमींदोज हो गए और कम से कम 80 लोग घायल हो गये। पश्चिमी अफगानिस्तान में सुबह 6.3 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण ने बताया कि बुधवार को आए भूकंप का केन्द्र हेरात प्रांत की राजधानी हेरात से 28 किलोमीटर दूर बाहरी इलाके में जमीन के नीचे 10 किलोमीटर की गहराई पर था।

सूचना मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल वाहिद रायान ने बताया कि बुधवार को सुबह आए भूकंप में कम से कम 80 लोग घायल हो गए हैं, वहीं भूस्खलन से हेरात-तोरघोंदी राजमार्ग अवरुद्ध हो गया है। भूकंप से चाहाक गांव में करीब 700 मकान जमींदोज हो गए। सहायता समूह ‘‘डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स’’ ने कहा कि बुधवार को आए भूकंप के बाद हेरात क्षेत्रीय अस्पताल में 117 घायलों को लाया गया। इससे पहले शनिवार को इस क्षेत्र में आए तेज भूकंप से 2,000 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और गांव के गांव तबाह हो गए थे, लेकिन इस भूकंप से चाहाक गांव के मकानों को नुकसान नहीं पहुंचा था।

भूकंप से फिलहाल किसी के जान गंवाने की सूचना नहीं है क्योंकि यहां के सभी लोग शनिवार को भूकंप आने के बाद से शिविरों में रह रहे हैं। शनिवार को आए 6.3 तीव्रता वाले भूकंप का केन्द्र प्रांतीय राजधानी से 40 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में था। उस भूकंप के बाद से इलाके में कई बार तेज झटके आ चुके हैं। तालिबानी अधिकारियों ने बताया कि शनिवार के भूकंप में पूरे हेरात में दो हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग घायल हैं, लेकिन उन्होंने मृतकों और घायलों की सटीक संख्या के बारे में जानकारी नहीं दी। नायब रफी गांव में पहले लगभग 2,500 लोग रहते थे। लोगों ने बताया कि भूकंप के वक्त जो पुरुष काम के सिलसिले में बाहर गए थे उन्हें छोड़कर कोई भी जीवित नहीं बचा। लोग शवों को सामूहिक तौर पर दफनाने के लिए बड़ी कब्र खोदने के काम में लगे हैं।

जिंदा जन जिले में बुलडोजर से मैदान का मलबा हटाया जा रहा है ताकि एक कतार में कब्रें बनाई जा सकें। तालिबान ने बताया कि 20 गांव में कम से कम दो हजार मकान तबाह हो गए हैं। भूकंप प्रभावित क्षेत्र में बस एक सरकारी अस्पताल है। सहायता समूह ‘डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स’ ने कहा कि बुधवार को आए भूकंप के कारण घायल होने के बाद हेरात क्षेत्रीय अस्पताल में पहुंचने वालों की संख्या 117 है। संयुक्त राष्ट्र के उप प्रवक्ता फरहान हक ने मंगलवार को कहा था कि जिंदा जन भूकंप से सर्वाधिक प्रभावित हुआ, जहां 1,300 लोग मारे गए हैं और कम से कम 500 लोग लापता हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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