सब इनकी वजह से हुआ...नेपाल के दंगों में भारत का नाम लेकर भागे बेदखल PM ओली

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अभिनय आकाश । Sep 11 2025 12:23PM

नेपाल के अपदस्थ प्रधानमंत्री और सीपीएनयूएमएल अध्यक्ष केपी शर्मा ओली ने पहली बार जेन जी विरोध प्रदर्शन में शामिल युवाओं को संबोधित किया। उन्होंने एक ओपन लेटर लिखा और इस ओपन लेटर में सिर्फ और सिर्फ भारत को लेकर अपना दर्द बयान किया।

फैसले नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली लेते हैं और इल्जाम भारत पर लगाते हैं। नेपाल की सत्ता से बेदखल हो चुके नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली इस्तीफा देने के बाद भी लगातार जहर उगल रहे हैं। भारत के खिलाफ उगला उनका जहर बता रहा है कि कैसे नेपाल के प्रधानमंत्री का अहम टूट चुका है। केपी शर्मा ओली सत्ता से बेदखल होने के साथ ही भारत के खिलाफ जहर उगलते नजर आए। जाते जाते भी ओपन लेटर में वो भारत के खिलाफ एक के बाद एक बयानबाजी करते नजर आए। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार केपी शर्मा ने भारत को लेकर खूब जहर उगला। नेपाल के अपदस्थ प्रधानमंत्री और सीपीएनयूएमएल अध्यक्ष केपी शर्मा ओली ने पहली बार जेन जी विरोध प्रदर्शन में शामिल युवाओं को संबोधित किया। उन्होंने एक ओपन लेटर लिखा और इस ओपन लेटर में सिर्फ और सिर्फ भारत को लेकर अपना दर्द बयान किया। 

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केपी शर्मा ओली ने अपने ओपन लेटर में लिखा कि उन्होंने भारत से सीमा विवाद के मुद्दे का जिक्र किया। उन्होंने लिखा लिपुलेख, कालापानी और लिम्पियाधुरा नेपाल के और अगर इस मुद्दे को न उठाया हो तो मुझे कई फायदे मिलते। पत्र में उन्होंने लिखा कि आज, शिवपुरी में नेपाल सेना के सैनिकों से घिरे एक सुरक्षित और अलग क्षेत्र में बैठकर, मैं आप सभी को याद कर रहा हूं। आपके चेहरे मेरे दिमाग में जीवंत रूप से नाच रहे हैं। जहां भी मैं जाता हूँ, छोटे बच्चों को देखता हूं, वे तुरंत मेरी बांहों में दौड़ आते हैं। उनकी मासूम हंसी, उनके छोटे-छोटे शरीर की गर्माहट, मुझे अपार खुशी से भर देती है। बच्चों के बीच रहना हमेशा मुझे उत्साह और संतुष्टि देता रहा है। 

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उन्होंने चल रहे विरोध प्रदर्शनों के पीछे की ताकतों पर युवा प्रदर्शनकारियों का शोषण करके विध्वंसकारी गतिविधियों को अंजाम देने का आरोप लगाया। उन्होंने लिखा कि प्रमुख सरकारी कार्यालयों में आगजनी और तोड़फोड़ अचानक नहीं हुई। आपके मासूम चेहरों का इस्तेमाल धोखे की राजनीति के लिए किया जा रहा है। अपने संबोधन के दौरान, पूर्व प्रधानमंत्री ने लिपुलेख, कालापानी और लिंपियाधुरा पर नेपाल के दावों सहित राष्ट्रीय मुद्दों पर अपना दृढ़ रुख दोहराया और लोकतांत्रिक शासन की रक्षा करने की बात कही। यह संदेश बढ़ती अशांति के बीच आया है, जहाँ सोमवार से शुरू हुए जेन-जेड विरोध प्रदर्शनों में 30 लोग मारे गए हैं।

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नेपाल में भ्रष्टाचार व सोशल मीडिया पर पाबंदी से भड़के जेन जी के आंदोलन की आग में 24 घंटे के अंदर ओली सरकार की सत्ता  हिला दी।  नेपाल में सरकार विरोधी प्रदर्शन के बीच पीएम केपी. शर्मा ओली ने इस्तीफा दे दिया। पुलिस फायरिंग में 24 युवाओं की मौत के बाद देशभर में हिंसा भड़क उठी। दबाव इतना बढ़ा कि कई मंत्रियों के इस्तीफा देने के बाद पीएम केपी शर्मा ओली को भी इस्तीफा देना पड़ा। सोशल मीडिया पर बैन और कथित भ्रष्टाचार के विरोध में काठमांडू के कई हिस्सों में प्रदर्शन जारी रहा। प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल सहित कई बड़े राजनीतिक नेताओं के निजी घर पर हमला किया। पीएम के इस्तीफे के बावजूद आक्रोश नहीं थमा। भीड़ ने राष्ट्रपति निवास, संसद, सुप्रीम कोर्ट, पीएम निवास सहित मंत्रियों के घर फूंक दिए। ओली का निजी घर भी फूंका गया।

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