Nepal में अशांति के बीच फंसे भारतीय पर्यटक, लगाई मदद की गुहार

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ANI/@Tushar_KN
अभिनय आकाश । Sep 10 2025 7:53PM

गौरी के. ने बताया कि वह बड़ी संख्या में भारतीय पर्यटकों के साथ एक होटल में फंसी हुई हैं। उन्होंने अपनी दुर्दशा बयां करते हुए एक वीडियो शेयर किया है। उन्होंने बताया कि जिस होटल में वह ठहरी थीं, वह जलकर खाक हो गया है और उनका सारा सामान कमरे में ही था। उन्होंने आरोप लगाया है कि पर्यटकों को भी नहीं बख्शा जा रहा है। उन्होंने भारतीय दूतावास और अन्य लोगों से बार-बार मदद की गुहार लगाई है।

हिंसाग्रस्त नेपाल में फँसी एक भारतीय नागरिक ने मदद की गुहार लगाई है। हिमालयी देश में राजनीतिक संकट गहराता जा रहा है। उपासना गिल नाम की यह लड़की वॉलीबॉल लीग की मेजबानी के लिए पोखरा में थी। उसने भारतीय दूतावास से उसे और अन्य लोगों को बचाने की गुहार लगाई है। दूसरी तरफ अपनी बहन के साथ कैलाश-मानसरोवर की यात्रा पर गई गौरी के. ने बताया कि वह बड़ी संख्या में भारतीय पर्यटकों के साथ एक होटल में फंसी हुई हैं। उन्होंने अपनी दुर्दशा बयां करते हुए एक वीडियो शेयर किया है। उन्होंने बताया कि जिस होटल में वह ठहरी थीं, वह जलकर खाक हो गया है और उनका सारा सामान कमरे में ही था। उन्होंने आरोप लगाया है कि पर्यटकों को भी नहीं बख्शा जा रहा है। उन्होंने भारतीय दूतावास और अन्य लोगों से बार-बार मदद की गुहार लगाई है।

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गौरी ने कहा कि आज हमें हवाई मार्ग से वापस जाना था लेकिन काठमांडू में अशांति के कारण सभी एयरलाइन कंपनियों ने अपनी सेवाएं रद्द कर दीं। मैं अब इस होटल में फंसी हुई हूं। उन्होंने बताया कि पर्यटन एजेंसी ने होटल की बुकिंग केवल मंगलवार तक की थी, लेकिन उड़ानें रद्द होने के कारण यहां ठहरे हुए लोग वापस नहीं जा पा रहे हैं। उनके अनुसार, होटल में 150 से अधिक भारतीय पर्यटक ठहरे हुए हैं, जिनमें लगभग 20 बेंगलुरु से हैं। 

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भ्रष्टाचार विरोधी प्रदर्शनों ने सोमवार को ज़ोर पकड़ लिया जब सरकार ने फेसबुक, एक्स और यूट्यूब समेत दो दर्जन से ज़्यादा सोशल मीडिया साइट्स को ब्लॉक कर दिया। उन पर आरोप लगाया गया कि वे पंजीकरण कराने और सरकारी निगरानी के अधीन होने से इनकार कर रही हैं। सेंसरशिप को लेकर शुरू हुआ गुस्सा एक व्यापक आंदोलन में बदल गया। कई युवा, जिन्हें अक्सर जेन ज़ेड कहा जाता है, ने भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और बढ़ती युवा बेरोज़गारी पर अपनी निराशा व्यक्त की, क्योंकि रोज़ाना हज़ारों लोग विदेश में नौकरी के लिए देश छोड़ रहे हैं।  

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