पोलैंड में नये जीवन के लिए यूक्रेन के शरणार्थियों को पहचानपत्र दिये गए

Refugee Crisis

यह पहचानपत्र उन्हें अगले 18 महीनों के लिए काम करने, रहने, स्कूल जाने और चिकित्सा देखभाल या सामाजिक लाभ प्राप्त करने की अनुमति देगा।

वारसॉ| यूक्रेन में युद्ध से बचकर भागने के बाद कुछ सामान्य स्थिति बहाल होने की उम्मीद में, हजारों शरणार्थी शनिवार को पोलैंड की राजधानी वारसॉ में लंबी कतारों में खड़े थे ताकि वे कम से कम अभी के लिए पहचान पत्र प्राप्त कर सकें।

शरणार्थियों ने प्रतिष्ठित पीईएसईएल पहचान पत्र प्राप्त करने के लिए वारसॉ के नेशनल स्टेडियम में रात में ही कतार में लगना शुरू कर दिया था।

यह पहचानपत्र उन्हें अगले 18 महीनों के लिए काम करने, रहने, स्कूल जाने और चिकित्सा देखभाल या सामाजिक लाभ प्राप्त करने की अनुमति देगा। फिर भी, सुबह में कई लोगों को किसी अन्य दिन वापस आने के लिए कहा गया क्योंकि पहचान पत्र की मांग बहुत अधिक थी। हालांकि पोलैंड के अधिकारियों ने इसके लिए प्रक्रिया को सरल बना दिया है।

पंक्ति में खड़ी एक महिला ने कहा, ‘‘मैं पोलैंड के लोगों से बहुत प्रभावित हूं क्योंकि वे बहुत दयालु हैं। हम यहां नए हैं ... हम बस देख रहे हैं और नए जीवन के अनुकूल बनने की कोशिश कर रहे हैं।’’

पोलैंड ने अब तक यूक्रेन से 20 लाख से अधिक शरणार्थियों को शरण दिया है। संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि 24 फरवरी को रूस पर यूक्रेन पर आक्रमण करने के बाद से 33 लाख लोग देश छोड़कर चले गए गए हैं। पोलैंड के अलावा हंगरी, स्लोवाकिया, मोल्दोवा और रोमानिया में भी सैकड़ों लोग गए हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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