परमाणु डील को लेकर रूस ने भारत को दिया ऐसा ऑफर, डर से पाकिस्तान ट्रंप की गोद में चढ़ जाएगा

Russia
AI Image
अभिनय आकाश । Sep 20 2025 12:34PM

मौजूदा वक्त में रूस तमिलनाडु के कुंडककुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्रों का निर्माण कर रहा है। रूस की सरकारी परमाणु ऊर्जा कंपनी रोसटोम के मुताबिक इसके महानिदेशक एलेक्सी लिकाचेव ने 15-20 सितंबर को वियना में आयोजित अंतराराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी की 69वीं वार्षिक सभा के दौरान भारतीय प्रतिनिधिमंडल के साथ मुलाकात में ये प्रस्ताव सामने रखा है।

भारत और रूस मिलकर एक साथ कई प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। रूस ने अब भारत के सामने एक और प्रस्ताव पेश किया है। ये खबर सामने आई है कि रूस ने भारत के साथ सिविल परमाणु ऊर्जा सहयोग को और मजबूत करने के लिए बड़े और छोटे परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के स्थानीयकरण में सहयोग की पेशकश की है। ये जानकारी 19 सितंबर को सामने आई है। मौजूदा वक्त में रूस तमिलनाडु के कुंडककुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्रों का निर्माण कर रहा है। रूस की सरकारी परमाणु ऊर्जा कंपनी रोसटोम के मुताबिक इसके महानिदेशक एलेक्सी लिकाचेव ने 15-20 सितंबर को वियना में आयोजित अंतराराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी की 69वीं वार्षिक सभा के दौरान भारतीय प्रतिनिधिमंडल के साथ मुलाकात में ये प्रस्ताव सामने रखा है। 

इसे भी पढ़ें: UNGA के मंच से सुधरेंगे रूस-अमेरिका के आपसी रिश्ते, पुतिन के करीबी लावरोव और ट्रंप के विदेश मंत्री रूबियो की मुलाकात

रोसाटॉम के एक बयान के मुताबिक भारत के साथ बाततीच रोसाटॉम के एक रणनीतिक साझेदार  हैं, उनकी शांतिपूर्ण परमाणु ऊर्जा में सहयोग बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित की गई। रोसाटॉम ने भारत की मजबूत औद्योगिक क्षमताओं को और ज्यादा ताकत देने के लिए बड़े और छोटे पैमाने के परमाणु ऊर्जा संयंत्र परियोजनाओं के स्थानीयकरण की पेशकश की है। बैठक में दोनों पक्षों ने कुंडनकुलम एनपीपी के दूसरे और तीसरे चरण में निर्माणाधीन चार ईकाईयों की प्रगति की समीक्षा भी की और रूसी डिजाइन वाले बड़े और छोटे परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के क्रमिक निर्माण सहित भविष्य की संभावनाओं पर खुलकर बातचीत की है। 

इसे भी पढ़ें: क्यों जल्दी रुका पाक से संघर्ष? वायुसेना प्रमुख बोले- भारत ने दिखाया युद्ध खत्म करने का सही तरीका

रोसाटॉम की एक विज्ञप्ति में कहा गया कि रोसाटॉम के रणनीतिक साझेदारों में से एक भारत के साथ बातचीत शांतिपूर्ण परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर केंद्रित रही। रोसाटॉम ने भारत की मज़बूत औद्योगिक क्षमताओं के आधार पर बड़े और छोटे स्तर की परमाणु ऊर्जा संयंत्र परियोजनाओं के स्थानीयकरण पर भारत के साथ काम करने की पेशकश की।’’ विज्ञप्ति में कहा गया, ‘‘दोनों पक्षों ने कुडनकुलम एनपीपी में चरण 2 और 3 के लिए निर्माणाधीन चार इकाइयों की प्रगति की समीक्षा की और भारत में रूसी डिजाइन वाले बड़े एवं छोटे एनपीपी के क्रमिक निर्माण सहित आगे के सहयोग के अवसरों की खोज की।’’ कुडनकुलम एनपीपी के पहले चरण में रोसाटॉम ने पहले ही दो इकाइयां चालू कर दी हैं। 

All the updates here:

अन्य न्यूज़