SAARC विदेश मंत्रियों की बैठक हुई रद्द, पाकिस्तान की उम्मीदों को लगा बड़ा झटका
सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान की मांग का सार्क के सभी सदस्य देशों ने काफी विरोध किया।सार्क की बैठक इससे पहले कोरोना वायरस महामारी के कारण ऑनलाइन आयोजित किए गए थे।
अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता का समर्थन करता आ रहा पाकिस्तान को बहुत बड़ा झटका लगा है। आपको बता दें कि, सार्क विदेश मंत्रियों की बैठक, जो 25 सितंबर को न्यूयॉर्क में होने वाली थी, अफगानिस्तान की भागीदारी पर सदस्य देशों की सहमति की कमी के कारण रद्द कर दी गई है। इसका कारण यह है कि, इमरान सरकार ने SAARC सदस्य राज्यों से अफगानिस्तान में तालिबान शासन को दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन के विदेश मंत्रियों की वार्षिक बैठक में एक प्रतिनिधि भेजने की अनुमति देने की मांग की थी जिसको लेकर सार्क संगठन के अधिकांश सदस्य देशों ने इनकार कर दिया।सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान की मांग का सार्क के सभी सदस्य देशों ने काफी विरोध किया।सार्क की बैठक इससे पहले कोरोना वायरस महामारी के कारण ऑनलाइन आयोजित किए गए थे।
25 सितंबर को न्यूयॉर्क में होनी थी बैठक
बता दें कि, सार्क की अनौपचारिक बैठक 25 सितंबर को न्यूयॉर्क में होने वाली थी, हालांकि, नेपाल के विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि, सभी सदस्य राज्यों की सहमति के कमी के कारण इस बैठक को रद्द किया गया है।खबरों के अनुसार, पाकिस्तान का तालिबान शासन को समर्थन देना भारी पड़ता जा रहा है। पाकिस्तान का इस बात पर जोर देना कि सार्क बैठक में अफगानिस्तान का प्रतिनिधित्व करने की अनुमति मिले यह दर्शाता है कि पाकिस्तान कितने समय से तालिबान की मदद करता आ रहा है। वहीं पाक सरकार ने इस बात पर भी जोर दिया कि अशरफ गनी के नेतृत्व वाली अफगान सरकार सार्क बैठक में अफगानिस्तान का प्रतिनिधित्व नहीं करेगी।
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