भारतीय संस्था के मुफ्त अस्पताल खोलने का श्रीलंका के राष्ट्रपति ने किया स्वागत

Wickremesinghe
प्रतिरूप फोटो
ANI

श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने देश के पूर्वी क्षेत्र बट्टीकलोआ में भारतीय धर्मार्थ संस्था श्री सत्य साई संजीवनीद्वारा एक धर्मार्थ अति विशिष्टता (सुपर स्पेशलिटी) अस्पताल खोले जाने की मंगलवार को सराहना की। राष्ट्रपति ने कहा कि संस्था ने इस चुनौतीपूर्ण समय में “भाइचारे के असल मायने” का प्रदर्शन किया है।

कोलंबो, 10 अगस्त। श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने देश के पूर्वी क्षेत्र बट्टीकलोआ में भारतीय धर्मार्थ संस्था श्री सत्य साई संजीवनीद्वारा एक धर्मार्थ अति विशिष्टता (सुपर स्पेशलिटी) अस्पताल खोले जाने की मंगलवार को सराहना की। राष्ट्रपति ने कहा कि संस्था ने इस चुनौतीपूर्ण समय में “भाइचारे के असल मायने” का प्रदर्शन किया है। बट्टीकलोआ में मंगलवार को आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु श्री मधुसूदन साई ने 75 बिस्तरों वाले अति विशिष्टता अस्पताल, श्री सत्य साई संजीवनी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के पहले चरण का उद्घाटन किया।

इस क्षेत्र ने कई वर्षों तक गृह युद्ध का सामना किया है और यहां 30 हजार से ज्यादा युद्ध विधवाएं रहती हैं। संस्था की सेवाओं की सराहना करते हुए विक्रमसिंघे ने अपने संदेश में कहा, “इस फाउंडेशन द्वारा पूर्णत: निशुल्क दी जा रही सेवाएं देश में मौजूदा समय में हमारे द्वारा झेली जा रही आर्थिक दुश्वारियों के मद्देनजर और महत्वपूर्ण हो जाती हैं।” उन्होंने कहा कि ‘साई संजीवनी इंडिया’ ने “अस्पताल की स्थापना करके इस चुनौतीपूर्ण समय के दौरान भाईचारे का सही अर्थ प्रदर्शित किया है।” उन्होंने कहा, “मैं समझता हूं कि फाउंडेशन, 2017 में अपनी स्थापना के बाद से, 16,000 से अधिक मरीजों का इलाज कर चुका है। प्रदान की जाने वाली सेवाएं प्रेरणादायक हैं और इस विशेष अस्पताल के साथ भविष्य के स्वास्थ्य मिशन के लिए उनका दृष्टिकोण वास्तव में कुछ खास है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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