यूरोपीय अर्थव्यवस्थाओं की स्थिति में सुधार के लिए जर्मनी और फ्रांस ने आर्थिक बहाली कोष बनाने का किया प्रस्ताव

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जर्मन चांसलर अंजेला मर्केल और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युअल मैक्रां ने एक संयुक्त वक्तव्य में कहा है कि इस प्रस्तावित कोष से यह सुनिश्चित किया जा सकेगा की यूरोपीय संघ के बजट से होने वाला व्यय उन क्षेत्रों की मदद के लिये इस्तेमाल किया जायेगा जो कि महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित हुये हैं।

बर्लिन। जर्मनी और फ्रांस के नेताओं ने कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित यूरोपीय अर्थव्यवस्थाओं की स्थिति में सुधार लाने के लिये 500 अरब यूरो (543 अरब डालर) का एक आर्थिक बहाली कोष बनाने का प्रस्ताव किया है। जर्मन चांसलर अंजेला मर्केल और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युअल मैक्रां ने एक संयुक्त वक्तव्य में कहा है कि इस प्रस्तावित कोष से यह सुनिश्चित किया जा सकेगा की यूरोपीय संघ के बजट से होने वाला व्यय उन क्षेत्रों की मदद के लिये इस्तेमाल किया जायेगा जो कि महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित हुये हैं।

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मैक्रां ने कहा कि इस प्रस्ताव के तहत यूरोपीय संघ के 27 देश वित्तीय बाजारों से मिलकर उधार लेंगे और 500 अरब यूरो की राशि से सबसे ज्यादा प्रभावित आर्थिक क्षेत्रों और इलाकों को वित्तपोषण उपलब्ध करायेंगे। उन्होंने सोमवार को कहा, ‘‘हम वास्तविक हस्तांतरण (धन को) करने का प्रस्ताव कर रहे हैं ... यह बड़ा कदम है।’’ यूरोपीय संघ की अध्यक्ष उर्सुला वान डेर लेयेन ने कहा कि वह प्रस्ताव का स्वागत करती हैं। उन्होंने कहा कि इससे यूरोप के समक्ष उत्पन्न आर्थिक चुनौती के आकार और उसके प्रसार को स्वीकार किया गया है। ऐसे में यूरोपीय बजट को इसके मूल में रखते हुये निदान तलाशने की दिशा में सही जोर दिया गया है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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