UN चीफ ने किया आगाह, कहा- दुनिया भर में बढ़ रहा विस्फोटक उपकरणों का इस्तेमाल

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संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने सुरक्षा परिषद को बृहस्पतिवार को बताया कि पिछले तीन वर्षों में संयुक्त राष्ट्र की ओर से दी गई निधि से अफगानिस्तान और इराक से लेकर कंबोडिया और कोलंबिया में प्रमुख केंद्रों के 560 वर्ग किलोमीटर इलाकों को आईईडी से सुरक्षित किया गया।

संयुक्त राष्ट्र।संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने आगाह किया है कि सशस्त्र समूहों के अधिक शहरीकृत होने और तेजी से बढ़ने के साथ ही विस्फोटक उपकरणों (आईईडी) का प्रयोग बढ़ रहा है। उन्होंने राष्ट्रों से इन हथियारों के साथ ही बारूदी सुरंगों और युद्ध के अन्य अवशेषों से उत्पन्न खतरों को रोकने के लिए साथ में मिलकर काम करने का आग्रह किया है। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने सुरक्षा परिषद को बृहस्पतिवार को बताया कि पिछले तीन वर्षों में संयुक्त राष्ट्र की ओर से दी गई निधि से अफगानिस्तान और इराक से लेकर कंबोडिया और कोलंबिया में प्रमुख केंद्रों के 560 वर्ग किलोमीटर इलाकों को आईईडी से सुरक्षित किया गया। उन्होंने बताया कि यह इलाका मैनहैटन के क्षेत्रफल से 10 गुणा ज्यादा है जिनका इस्तेमाल अब इमारतों, खेती, स्कूलों और सड़कों में किया जा सकता है।

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लेकिन उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र और अन्य संगठनों द्वारा की गई प्रगति के बावजूद “चुनौतियां बढ़ी हैं”। कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण बारूदी सुरंगों को हटाने के अभियानों की पहुंच सीमित होना भी इसमें शामिल है। गुतारेस ने कहा कि आईईडी सोमालिया और माली दोनों में मौजूद अफ्रीकी संघ के शांतिरक्षकों के लिए सबसे बड़ा खतरा है। उन्होंने कहा कि बारूदी सुरंगें और युद्ध के अन्य विस्फोटक अवशेष दक्षिणी सूडान में संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षकों की आवाजाही को बाधित करते हैं और मध्य अफ्रीकी गणराज्य और कांगो से “नये विस्फोटक जोखिम” उभर रहे हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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