बढ़ रही है दुश्मनी! चीन से निपटने के लिए अमेरिका में पेश हुआ यह विधेयक

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अमेरिकी सांसदों ने चीन की धमकाने की रणनीति के प्रभावों से निपटने संबंधी विधेयक पेश किया है। सीनेट विदेशी संबंध समिति के सदस्य जेफ मार्कले के अलावा सांसदों मार्को रुबियो, एजिलाबेथ वारेन और जॉन कार्निन ने यह विधेयक पेश किया।

वाशिंगटन। अमेरिकी सीनेटरों ने अमेरिकियों और अमेरिकी कंपनियों के खिलाफ चीन की सेंसरशिप और धमकी देने वाली उसकी रणनीतियों के प्रभावों से निपटने और उन पर नजर रखने के लिए एक विधेयक पेश किया है। इस विधेयक को बुधवार को पेश किया गया। इस विधेयक में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन से एक ‘चीनी सेंसरशिप निगरानी एवं कार्य समूह’ स्थापित करने को कहा गया है, ताकि अमेरिकियों और अमेरिकी कंपनियों पर चीन की सेंसरशिप के प्रभावों को बेहतर तरीके से समझने और उनसे निपटने की रणनीति के क्रियान्वयन में मदद मिल सके और इस दिशा में हुई प्रगति पर नजर रखी जा सके। सीनेट विदेशी संबंध समिति के सदस्य जेफ मार्कले के अलावा सांसदों मार्को रुबियो, एजिलाबेथ वारेन और जॉन कार्निन ने यह विधेयक पेश किया।

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इसके अलावा, विधेयक में चीन की सेंसरशिप एवं धमकाने वाली रणनीति और अमेरिका पर उसके प्रभाव से जुड़े प्रमुख चलन एवं पद्धतियों की जानकारी हासिल करने के लिए एक अनुसंधान संगठन या संघ द्वारा वित्त पोषित अनुसंधान एवं विकास केंद्र स्थापित करने की बात की गई है। मार्कले ने कहा, ‘‘अमेरिकियों और हमारी कंपनियों पर चीन की सेंसर व्यवस्था और उसकी धमकाने की रणनीति के प्रभावों पर नजर रखना और उनसे निपटना अहम है, ताकि हम अपनी आजादी की रक्षा करने की रणनीति बना सकें और इस आजादी को दबाने या उसे नष्ट करने वालों को जवाबदेह बना सकें।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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