मालदीव में संसदीय चुनाव के लिए डाले गए वोट

votes-cast-for-parliamentary-elections-in-maldives

सोलीह की मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी 87 सदस्यीय संसद में कम से कम 44 सीटें जीतना चाहती है ताकि वह पिछले साल के राष्ट्रपति पद के चुनाव में लिए गए अपने संकल्पों को लागू करने के लिए आवश्यक विधेयक पारित कर सके।इस समय उनके गठबंधन के पास 52 सीटें हैं लेकिन 22 सीटों वाला एक गठबंधन साझेदार पूर्व राष्ट्रपति यामीन अब्दुल गयूम के खेमे में चला गया है।

माले।मालदीव में लोगों ने शनिवार को संसदीय चुनाव के लिए वोट डाले। यह उम्मीद जताई जा रही है कि राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलीह इसमें जीत हासिल कर राजनीतिक स्वतंत्रता कायम करेंगे और भ्रष्टाचार से निपटने के अपने प्रयासों को अमलीजामा पहना सकेंगे।एक चुनाव अधिकारी ने बताया कि 78 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ है।अधिकारियों ने बताया कि शनिवार देर रात चुनाव नतीजों की घोषणा किए जाने की योजना है। 

सोलीह की ‘मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी’ 87 सदस्यीय संसद में कम से कम 44 सीटें जीतना चाहती है ताकि वह पिछले साल के राष्ट्रपति पद के चुनाव में लिए गए अपने संकल्पों को लागू करने के लिए आवश्यक विधेयक पारित कर सके।इस समय उनके गठबंधन के पास 52 सीटें हैं लेकिन 22 सीटों वाला एक गठबंधन साझेदार पूर्व राष्ट्रपति यामीन अब्दुल गयूम के खेमे में चला गया है।सोलीह ने यामीन को पिछले साल हराया था और युवा लोकतंत्र को नई उम्मीद दी थी। यामीन ने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को जेल भेज दिया था।

इसे भी पढ़ें: एमनेस्टी इंटरनेशनल ने श्रीलंका से फांसी की सजा पर रोक लगाने का अनुरोध किया

यामीन ने पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद को जेल भेज दिया था, जिसके कारण सोलीह को राष्ट्रपति के रूप में चुना गया था। विपक्षी दलों ने अपने प्रतिद्वंद्वी यामीन को हराने के लिए गठबंधन किया था लेकिन सत्ता में आने के बाद गठबंधन में दरार आ गई और बार बार प्रयास करने के बावजूद सोलीह अपने वादों को अमलीजामा नहीं पहना पाए।

इसे भी पढ़ें: बुर्किना फासो हमले में तीन नागरिकों की हुई मौत

सोलीह की पार्टी की मुहिम प्रवक्ता अफ्शां लतीफ ने कहा कि मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी अपनी पार्टी के ही उम्मीदवार खड़ा करेगी ताकि संसद में स्थिरता आ सके और सोलीह के वादों को पूरा किया जा सके।गौरतलब है कि दशकों के निरंकुश शासन के बाद मालदीव 2008 में बहुदलीय लोकतंत्र बना था।  

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़