युद्ध अभी रुक जाएगी...इजरायल ने अब रख दी कौन सी शर्त? क्या तैयार होगा हमास

इज़राइल ने फ़िलिस्तीनी चरमपंथी संगठन को आत्मसमर्पण करने या पूरी तरह से विनाश का सामना करने की धमकी दी है। इज़राइल के रक्षा मंत्री, इज़राइल काट्ज़ ने कहा है कि अगर संगठन ने अभी हथियार नहीं डाले, तो गाजा में एक शक्तिशाली तूफान आएगा। सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर उन्होंने एक पोस्ट में लिखा कि गाजा शहर के आसमान में एक शक्तिशाली तूफान आएगा।
इजरायल के विदेश मंत्री गिदोन सा'आर ने गाजा युद्ध को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि गाजा में चल रहा युद्ध तब समाप्त हो सकता है, जब बंधकों को रिहा कर दिया जाए। इसके साथ ही फिलिस्तीनी उग्रवादी समूह हमास अपने हथियार डाल दे। ये बयान हमास की ओर से अपने लंबे समय से चली आ रही मांग को दोहराए जाने के एक दिन बाद आया है, जिसमें उसने कहा था कि सभी बंधकों को रिहा कर देगा बशर्ते इजरायल युद्ध समाप्त करने और गाजा शहर से अपनी सेना वापस बुलाने पर सहमत हो। गिदोन सा'आर का ये बयान इजरायल हमास संघर्ष के बीच शांति स्थापना में अहम हो सकता है क्योंकि ये युद्ध की शर्तों को पुष्ट करता है। हालांकि ये दोनों देशों के परस्पर विरोधी मांगों को भी उजागर करता है।
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इज़राइल ने फ़िलिस्तीनी चरमपंथी संगठन को आत्मसमर्पण करने या पूरी तरह से विनाश का सामना करने की धमकी दी है। इज़राइल के रक्षा मंत्री, इज़राइल काट्ज़ ने कहा है कि अगर संगठन ने अभी हथियार नहीं डाले, तो गाजा में एक शक्तिशाली तूफान आएगा। सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर उन्होंने एक पोस्ट में लिखा कि गाजा शहर के आसमान में एक शक्तिशाली तूफान आएगा। उन्होंने यह भी घोषणा की कि "यह गाजा और विदेशों में आलीशान होटलों में हमास के हत्यारों और बलात्कारियों के लिए एक अंतिम चेतावनी है।
इज़राइल-हमास युद्ध में 64,000 लोग मारे गए
गाजा शहर से लोगों को खदेड़ने और उस पर कब्ज़ा करने के लिए, आईडीएफ एक बड़े ज़मीनी हमले की तैयारी कर रहा है। अन्य हिस्सों से खदेड़े जाने के बाद दस लाख से ज़्यादा निवासी इस इलाके में शरण लिए हुए हैं। इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शनिवार को कहा कि 1,00,000 से ज़्यादा लोग पहले ही गाजा शहर छोड़ चुके हैं। गाजा शहर के अधिकारियों के अनुसार, उसके बाद शुरू हुए इज़राइली हमले के बाद से 64,000 से ज़्यादा फ़िलिस्तीनी मारे जा चुके हैं। मारे गए लोगों में आधे महिलाएँ और बच्चे हैं। अब तक 1,62,000 से ज़्यादा लोग घायल हो चुके हैं।
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