एहसान फरामोश, मैं न होता तो चुनाव भी नहीं जीत पाते, भड़के एलन मस्क अब Trump को कुर्सी से हटाएंगे?

Musk
ChatGPT
अभिनय आकाश । Jun 6 2025 12:22PM

कई मौकों पर सार्वजनिक रैलियों में शिरकत भी की थी। हालांकि मस्क को इसका इनाम भी मिला और उन्हें डीओजीई का प्रभार सौंप दिया गया। लेकिन फिर ट्रंप का महत्वकांक्षी वन बिग ब्यूटीफुल बिल आया। जिसे जोर शोर से पारित किया गया। मस्क ने पहले दबी जुबान में इसका विरोध किया और फिर बात नहीं बनने पर खुलकर इसके विरोध में खड़े हो गए।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और बिजनेसमैन एलन मस्क के बीच लंबे समय से चली आ रही दोस्ती अब खुलकर दुश्मनी में बदल गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति और एलन मस्क एक दूसरे को खुलेआम धमकी दे रहे हैं। दरअसल, 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में मस्क ने ट्रंप का खुलकर समर्थन किया। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए ट्रंप के समर्थन में जबरदस्त कैंपेन चलाया था। कई मौकों पर सार्वजनिक रैलियों में शिरकत भी की थी। हालांकि मस्क को इसका इनाम भी मिला और उन्हें डीओजीई का प्रभार सौंप दिया गया। लेकिन फिर ट्रंप का महत्वकांक्षी वन बिग ब्यूटीफुल बिल आया। जिसे जोर शोर से पारित किया गया। मस्क ने पहले दबी जुबान में इसका विरोध किया और फिर बात नहीं बनने पर खुलकर इसके विरोध में खड़े हो गए। 

इसे भी पढ़ें: Donald Trump के गिड़गिड़ाने पर माने जिनपिंग, टैरिफ पर तकरार के बीच हुई बात, थम जाएगा ट्रेड वॉर?

अमेरिकी टैक्स बिल को लेकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और अब तक उनके करीबी रहे उद्योगपति एलन मस्क के बीच 'महासंग्राम' शुरू हो गया है। मामला इतना बिगड़ गया कि मस्क ने ट्रम्प को 'एहसान फरामोश' कह दिया। मस्क ने कहा, 'मैं न होता तो ट्रम्प चुनाव हार जाते। डेमोक्रेट्स संसद पर कब्जा करते। सीनेट में रिपब्लिकन 51-49 के अंतर से जीतते।' गुरुवार को जिस दौरान ट्रम्प इस बारे में मीडिया से बात कर रहे थे, उसी दौरान मस्क ने सोशल मीडिया पर उनका जवाब देना शुरू कर दिया। इससे पहले ट्रम्प ने कहा कि मस्क को बिल की पूरी जानकारी थी। तब उन्हें दिक्कत नहीं थी। समस्या तब हुई, जब पता चला कि हम ईवी खरीदने के कानूनी आदेश में कटौती करेंगे। मैं इलॉन से निराश हूं। मैंने उनकी बहुत मदद की है।

इसे भी पढ़ें: 500 डॉलर के ड्रोन से हजार करोड़ का लड़ाकू विमान उड़ाया, 20 साल पुराने सॉफ्टवेयर के ओपन-सोर्स कोड का जेलेंस्की ने किया सबसे घातक इस्तेमाल

बिल पास हुआ तो हर अमेरिकी पर ₹15 लाख कर्ज बढ़ेगा 

सीबीओ के मुताबिक बिल से फेडरल कर्ज बढ़ने से हर अमेरिकी नागरिक पर औसतन 11 लाख रु. से अधिक का अतिरिक्त कर्ज बोझ बढ़ेगा। ब्याज दरों व राजस्व में गिरावट को जोड़ लें तो यह बोझ 15 लाख रु. प्रति व्यक्ति तक पहुंच सकता है। अगर टैक्स कट्स स्थायी हुए, तो बिल की लागत 5 ट्रिलियन डॉलर तक जा सकती है। यह अमेरिकी इतिहास में कर्ज की सबसे बड़ी छलांग होगी।

Stay updated with Latest International News in Hindi on Prabhasakshi  

All the updates here:

अन्य न्यूज़